भारत में मारूति सुजुकी डीजल कारों को नहीं करेगी लॉन्च

Maruti XL6

मारूति सुजुकी ने कहा है कि वह डीजल सेगमेंट में प्रवेश नहीं करेगी, बल्कि ज्यादा किफायती पेट्रोल कारों पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) ने कहा है कि वह डीजल सेगमेंट में वापसी नहीं करेगी, बल्कि ज्यादा किफायती पेट्रोल इंजन पर अपना ध्यान केन्द्रित करेगी। कंपनी का मानना है कि साल 2023 में उत्सर्जन मानदंडों के अगले चरण की शुरुआत के साथ ऐसे वाहनों की बिक्री में और कमी आएगी।

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि इसके पहले कंपनी ने देश में 1 अप्रैल 2020 से लागू हुए बीएस6 मानदंडो के कारण डीजल इंजनों की बिक्री को बंद कर दिया था। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी का मानना ​​है कि उत्सर्जन मानदंडों के अगले चरण से डीजल वाहनों की लागत में इजाफा होगा, इस प्रकार पिछले कुछ वर्षों में उनकी बिक्री पर असर पड़ने से पेट्रोल कारों की ओर धीरे-धीरे बदलाव आया है।

मारुति सुजुकी इंडिया के प्रमुख तकनीकी अधिकारी सीवी रमन ने कहा कि हम डीजल सेगमेंट में नहीं आ रहे हैं, जिसके हमने पहले ही संकेत दिए थे कि हम इसका अध्ययन करेंगे और अगर ग्राहकों की मांग है तो हम वापसी कर सकते हैं। लेकिन अब हम डीजल सेगमेंट में प्रवेश नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि 2023 में उत्सर्जन मानदंडों का नया चरण आएगा, जिसके कारण लागत बढ़ने की संभावना है।रमन ने कहा कि हम मानते हैं कि डीजल कारों की बिक्री में और कमी आ सकती है, इसलिए एमएसआई के रूप में हमारा डीजल स्पेस में भाग लेने का कोई इरादा नहीं है। उद्योग के अनुमानों के अनुसार डीजल वाहनों की हिस्सेदारी वर्तमान में कुल यात्री वाहन (पीवी) की बिक्री का 17 प्रतिशत से भी कम है। यह 2013-14 की तुलना में भारी कमी है, जब कुल बिक्री में डीजल कारों की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत थी।

बता दें कि देश में मारूति सुजुकी के साथ-साथ पहले से ही कई वाहन निर्माताओं ने 1 अप्रैल, 2020 से बीएस6 लागू होने के बाद संबंधित पोर्टफोलियो में अपने डीजल ट्रिम्स को बंद कर दिया था। कंपनी की संपूर्ण मॉडल सीरीज वर्तमान में बीएस6 मानकों वाले 1 लीटर, 1.2 लीटर और 1.5 लीटर गैसोलीन इंजन द्वारा संचालित है। यह अपने सात मॉडलों में सीएनजी ट्रिम भी प्रदान करता है।रमन ने कहा कि कंपनी फ्यूल दक्षता के मामले में अपने मौजूदा पेट्रोल पावरट्रेन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी और आगे जाकर अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए इंजनों के एक नए परिवार पर भी विचार कर सकती है। सेलेरियो में नया K10-C इंजन में सुधार किया गया है और इसी तरह 1.2 लीटर इंजन में कुछ बदलाव आया है।