भारत में रेनो ट्राइबर को 1.0-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन दिया गया है, जो कि 71 बीएचपी की पावर और 96 न्यूटन मीटर का टॉर्क विकसित करने में सक्षम है
फ्रांसीसी ऑटोमेकर रेनो इंडिया की ट्राइबर भारत में ब्रांड के लिए सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक है। वास्तव में अपनी लॉन्च के बाद से ही यह एमपीवी कंपनी के लिए अच्छी विक्रेता बनकर उभरी है। हालांकि बढ़ती इनपुट लागतें वाहन निर्माताओं के लिए मौजूदा परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण रही हैं, जो कि बिक्री की मात्रा को प्रभावित कर सकती हैं। इन्हीं कारकों से निपटने के लिए अब कंपनी ने अपनी इस एमपीवी को अपडेट किया है।
वास्तव में रेनो ने ट्राइबर में कुछ नए फीचर्स जोड़े हैं और कुछ को हटा दिया है। ये अपडेट अगस्त 2021 से बुक किए गए सभी लाइनअप और संबंधित ट्रिम्स पर लागू होंगे, जिसमें सबसे पहले कंपनी ने टेलगेट पर एनर्जी बैजिंग को इस एमपीवी की पूरी लाइनअप से हटा दिया है, जबकि आरएक्सएल, आरएक्सटी और आरएक्सटी ट्रिम्स में मौजूद बॉडी-कलर्ड ORVMs को ब्लैक-आउट यूनिट से बदल दिया गया है।
बाद के दो वेरिएंट में ओआरवीएम पर इंटीग्रेटेड टर्न इंडिकेटर्स मिलते हैं, जबकि आरएक्सएल और आरएक्सटी ट्रिम के फ्रंट ग्रिल से क्रोम अलंकरण को हटा दिया है। इसी तरह आरएक्सएल ट्रिम में बॉडी-कलर्ड डोर हैंडल को ब्लैक-आउट यूनिट से बदला गया है और एमपीवी के टॉप-स्पेक आरएक्सजेड ट्रिम को अब अपनी विशिष्ट आरएक्सजेड ब्रांडिंग प्राप्त नहीं होती है और बी पिलर से ब्लैक क्लैडिंग को भी हटा दिया गया है।
कंपनी ने आरएक्सजेड ट्रिम पर डोर आर्मरेस्ट पर फैब्रिक कवरिंग को प्लास्टिक से बदला है। कुल मिलाकर आरएक्सएल ट्रिम में साइड बॉडी डिकल्स और दूसरा, सेंटर कंसोल से कूलिंग फंक्शन और थर्ड रो एसी वेंट जैसे फीचर हटाने की संख्या सबसे ज्यादा है। इस ट्रिम में एक और महत्वपूर्ण बदलाव मैट ब्लैक ट्रीटमेंट के साथ डैशबोर्ड पर पियानो ब्लैक फिनिश को बदलना है।
इस अपडेट की सबसे महत्वपूर्ण बात बेस वेरिएंट आएक्सई ट्रिम को छोड़कर सभी वेरिएंट के नाम बदले गए हैं। आरएक्सएल ट्रिम को अब आरएक्सएल प्लस ट्रिम कहा जाएगा, जबकि आरएक्सटी और आरएक्सजेड को क्रमश: आरएक्सएल प्लस और आरएक्सटी प्लस ट्रिम कहा जाएगा। इसके अलावा इस एमपीवी के डिजाइन या मैकेनिकल में कोई अपडेट नहीं किया गया है। यह कार 1.0-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड मोटर से संचालित है, जो कि 71 बीएचपी की पावर और 96 न्यूटन मीटर का टॉर्क विकसित करता है।