फॉक्सवैगन इंडिया भारत में आने वाले महीनों में अपनी हैचबैक पोलो और वेंटो सेडान का उत्पादन बंद कर सकती है
फॉक्सवैगन इंडिया इन दिनों तैगुन जैसे कुछ नए मॉडलों के साथ भारतीय बाजार में अपनी सफलता का आनंद ले रही है और कंपनी देश में कुछ और नए मॉडलों को भी लॉन्च करने की योजना बना रही है, लेकिन इन सबके बीच खबर आ रही है कि कंपनी भारत के लिए फॉक्सवैगन पोलो और वेंटो के उत्पादन को आने वाले महीनों में बंद कर सकती है। भारत में पोलो को पहली बार साल 2010 में पेश किया गया था।
हालाँकि कंपनी ने अभी इसकी घोषणा नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा है कि देश में वेंटो और पोलो का उत्पादन जून 2022 से बंद हो जाएगा। यहाँ एक बात और ध्यान देने वाली है कि कंपनी आने वाले महीनों में वेंटो सेडान की जगह पर वर्टस को लॉन्च करेगी।
हालाँकि पोलो के स्थान पर किस कार को लॉन्च किया जाएगा, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है। ब्रांड नए छठे जेनेरशन पोलो को ब्राजील जैसे उभरते बाजारों में एक समान मंच पर बेचता है और फॉक्सवैगन इंडिया के ब्रांड निदेशक आशीष गुप्ता ने संकेत दिया है कि वे इसका ‘मूल्यांकन’ कर रहे हैं। इसके अलावा अटकलों के मुताबिक कंपनी आगामी वर्टस के समान प्लेटफार्म पर पोलो की जगह के लिए एक नई कार को विकसित कर सकती है।
फॉक्सवैगन पोलो को 1.0-लीटर, 3-सिलेंडर, पेट्रोल और 1.0-लीटर, 3-सिलेंडर, टीएसआई टर्बो-पेट्रोल के साथ दो इंजन विकल्पों में पेश किया जाता है, जिसमें पहला यूनिट 76 बीएचपी की पावर विकसित करता है, जबकि दूसरा यूनिट 110 बीएचपी की पावर विकसित करता है। वेंटो को केवल 1.0-लीटर, 3-सिलेंडर, टीएसआई टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया जाता है। ट्रांसमिशन विकल्पों में 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स शामिल है।