फॉक्सवैगन इंडिया जनवरी 2022 से बढ़ाएगी अपनी सभी कारों की कीमतें

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फॉक्सवैगन इंडिया ने 1 जनवरी 2022 से हाल ही में लॉन्च की गई टिगुआन एसयूवी के अलावा अपनी सभी मॉडलों की कीमतों में वृद्धि करने की घोषणा की है

जनवरी 2022 से भारत में लगभग सभी कार निर्माता कंपनियां अपने कारों की कीमतों में वृद्धि करने जा रहे हैं। आमतौर पर नए साल की शुरूआत में कारों की कीमतों में वृद्धि की जाती है, जिससे फॉक्सवैगन इंडिया अलग नहीं है। इस निर्माता का कहना है कि वह जनवरी 2022 से टिगुआन को छोड़कर अपने सभी मॉडलों की कीमतों में वृद्धि करने जा रही है।

फॉक्सवैगन इंडिया ने वृद्धि कारण नियमित रूप से बढ़ती इनपुट लागतों को बताया है। कंपनी के कारों की कीमतों में मॉडल व वेरिएंट के आधार पर 2 से 5 फीसदी के बीच होगी, जो कि 1 जनवरी 2022 से प्रभावी होगा। हालाँकि किस मॉडल की कीमत में कितनी वृद्धि होगी। इसका खुलासा 1 जनवरी 2022 को ही किया जाएगा।

फॉक्सवैगन इंडिया ने यह भी स्पष्ट किया है कि कीमतों में संशोधन का प्रभाव हाल ही में लॉन्च टिगुआन एसयूवी पर लागू नहीं होगा। इस कार की डिलीवरी जनवरी 2022 के मध्य में शुरू होने की उम्मीद है, जबकि पोलो, वेंटो और तैगुन की कीमतों में वृद्धि होगी, जिससे कंपनी को बढ़ी हुई कीमत से बढ़ती इनपुट और परिचालन लागतों के खर्चे को कम करने में मदद मिलेगी।Volkswagen-Polo-2.jpgनवंबर 2021 में कंपनी ने भारत में 3,000 से भी ज्यादा यूनिट की बिक्री की है, जो कि उल्लेखनीय वृद्धि है और इसका श्रेय हाल ही में लॉन्च की गई तैगुन एसयूवी को जाता है। कंपनी नई योजनाओं के साथ अपने डेवलपमेंट पर ध्यान केंद्रित कर रही है और स्कोडा और फॉक्सवैगन दोनों ब्रांड ने भारत में कारों की एक सीरीज लॉन्च करने की योजना बनाई है।

कंपनी का मानना है कि इससे उसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़ेगी और बिक्री में भी सुधार होगा, क्योंकि लंबे समय तक भारत में निर्माण के बावजूद भी फॉक्सवैगन अब तक शीर्ष 5 निर्माताओं की सूची में नहीं आ पाई है। इस तरह समूह का फोकस इसकी नई योजनाओं पर है, जिस पर वह मौजूदा दौर में कार्य भी कर रही है।Volkswagen-Vento.jpg

हालाँकि देश में हेल्थ क्राइसिस के कारण लगे लॉकडाउन और मौजूदा दौर में समीकंडक्टर की आपूर्ति की कमी के कारण कई कंपनियों को बिक्री के साथ-साथ उत्पादन में भी नुकसान उठाना पड़ा है। हालाँकि फॉक्सवैगन सहित लगभग सभी निर्माताओं के लिए 2020 के मुकाबले 2021 फिर भी बेहतर रहा है, लेकिन निर्माता अभी भी कलपुर्जों (चिप्स/सेमी-कंडक्टर) की कमी से जूझ रहे हैं।

साल 2022 में चिप्स की आपूर्ति में सुधार होने के अनुमान के साथ निर्माण प्रक्रिया पूरी तरह से लागू होने की उम्मीद की जा सकती है। कंपनी 2022 में देश में अपनी सेडान Virtus को लॉन्च करेगी। कंपनी का कहना है कि वर्षों से हमारा प्रयास हमारे ब्रांड, उत्पादों और सेवाओं को अधिक सुलभ बनाने और ग्राहकों के बीच पसंद के ब्रांड के रूप में स्थापित करने का रहा है। इनपुट लागतों के कारण कारों की कीमतों में वृद्धि करनी पड़ रही है, लेकिन यह न्यूनतम होगा।