दूसरी पीढ़ी के महिंद्रा थार को AX और LX दो ट्रिम में पेश किया जाएगा, जिसके स्टाइलिंग, फीचर्स और स्पेसिफिकेशन के अंतर को यहां देखा जा सकता है
भारत में आखिरकार नई पीढ़ी की महिंद्रा थार (2020 Mahindra Thar) का अनावरण हो गया है और 2 अक्टूबर को इसे भारत में लॉन्च किया जाना है। नई थार का लुक न केवल बेहद शानदार है बल्कि इसे कई दमदार फीचर्स भी प्राप्त हुए हैं। घरेलू निर्माता महिन्द्रा ने इस एसयूवी को व्यवाहारिक बनाया है और कई ऑफ-रोड क्षमताओं से भी लैस किया है।
भारत में नई थार खरीददारों के लिए AX और LX दो ट्रिम में उपलब्ध होगी। AX ट्रिम एडवेंचर के लिए होगा, जबकि LX ट्रिम को लाइफस्टाइल-ओरिएंटेड वेरिएंट के रूप में पेश किया जाएगा। ऐसे में इन दोनों ट्रिम्स में क्या खास अंतर है। यह जानना बहुत आवश्यक हो जाता है। हम इस लेख में आपको थार के AX और LX वेरिएंट के अंतर को विस्तार पूर्वक बताने जा रहे हैः
इंटीरियर और एक्सटेरियर डिजाइन (Interior and Exterior Design)
डिजाइन की बात करें तो AX और LX वेरिएंट के बीच में कोई खास अंतर नहीं है। AX ट्रिम्स पर ग्राहकों को स्टैंडर्ड के रूप में एक सॉफ्ट-टॉप रूफ मिलती है, जिसमें हार्ड-टॉप रूफ में अपग्रेड करने का भी विकल्प है। एसयूवी के साथ सेटैंडर्ड के रूप में 16-इंच के स्टील व्हील मिलते हैं। साथ ही बंपर के लिए सिंगल-टोन कलर स्कीम भी है।
इंटीरियर में AX ट्रिम को 6-सीटर कॉन्फ़िगरेशन में स्टैंडर्ड के रूप में पेश किया गया है, जिसमें फॉरवर्ड फेसिंग सीट और इनवर्ड फेसिंग रियर बेंच है। खरीददारों के पास रियर सीटों को अपग्रेड करने का भी विकल्प हैं, जो इसमें इंटीग्रेटेड रोल केज को भी जोड़ता है, साथ ही तीन-पॉइंट सीट बेल्ट और ISOFIX चाइल्ड सीट माउंट्स भी मिलती है।
LX ट्रिम में सॉफ्ट-टॉप का विकल्प नहीं है, आपको हार्ड-टॉप और कनवर्टिबल सॉफ्ट-टॉप के बीच चुनाव करना होगा। यहां स्टैंडर्ड के रूप में 18 इंच के अलॉय व्हील के साथ-साथ स्पेयर व्हील भी अलॉय मिलता है और बम्पर ड्यूल टोन वाली पेंट स्कीम को स्पोर्ट करते हैं।
महिंद्रा थार में एलईडी डीआरएल और हैलोजन फ्रंट फॉग लैंप भी स्टैंडर्ड के रूप में पेश किए गए हैं। LX वैरिएंट के केबिन में प्रीमियम फैब्रिक अपहोल्स्ट्री के साथ पीछे की सीटें आगे की ओर हैं और स्टैंडर्ड के तौर पर रोल केज मिलता है। कार के साथ 7-इंच का टचस्क्रीन और एक मल्टीकलर्ड एमआईडी के साथ-साथ स्पीकर भी मिलते हैं जिन्हे छत पर लगाया गया है।
फीचर्स (Features)
2020 महिंद्रा थार को फीचर्स के रूप में बहुत सारे प्रीमियम इक्वीपमेंट मिले हैं, जिनमें से अधिकांश LX ट्रिम में उपलब्ध हैं। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि AX ट्रिम की उपेक्षा की गई है। सेफ्टी में खरीददारों को ड्यूल-फ्रंट एयरबैग्स, ABS, EBD, सेंट्रल लॉकिंग, स्टैंडर्ड के तौर पर रियर पार्किंग सेंसर, मैनुअल-डिमिंग आईआरवीएम, मैनुअल AC, पावर विंडो और 12-वोल्ट चार्जिंग सॉकेट भी मिलता है। वैकल्पिक विशेषताओं में रियर डिफॉगर, इंटीग्रेटेड रोल केज, रिमोट कीलेस एंट्री (हार्डटॉप वेरिएंट) और हाइट-एडजेस्टेबल ड्राइवर सीट शामिल हैं।
LX ट्रिम में और भी अधिक सुविधाएँ मिलती हैं, जिसमें ESP (रोलओवर मिटिगेशन), टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, टायर एंगल मॉनिटरिंग, हिल-होल्ड असिस्ट और हिल-डिसेंट कंट्रोल, स्पीड-सेंसिंग डोर लॉक, फॉलो-मी-होम हेडलैंप, हाइट एडजेस्टेबल ड्राइवर सीट, ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल, क्रूज़ कंट्रोल, इलेक्ट्रिक ORVM, USB कनेक्टिविटी के साथध Apple कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो कनेक्टिविटी के साथ 7 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में 3.5 इंच का एमआईडी और रूफ माउंटेड स्पीकर भी मिलते हैं।
इंजन और ट्रांसमिशन (Engine and Transmission)
महिंद्रा थार को पहली बार पेट्रोल इंजन और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ पेश किया जा रहा है। AX ट्रिम में 2.0-लीटर ‘mStallion 150’ पेट्रोल इंजन और 2.2-लीटर ‘mHawk 130’ डीजल इंजन का विकल्प चुना जा सकता है, जिसमें पहला इंजन 150 HP की पावर और 320 NM का पीक टॉर्क जेनरेट करता है, जबकि डीजल इंजन 130 HP की पावर और 320 NM का टॉर्क उत्पन करता है। दोनों यूनिट केवल 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ है।
LX ट्रिम में भी ग्राहकों के लिए उपर्युक्त डीजल और पेट्रोल ऑप्शन उपलब्ध है, लेकिन इनका ट्रांसमिशन ऑप्शन अलग हैं। डीजल मोटर 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक के साथ है, जबकि पेट्रोल इंजन केवल 6-स्पीड ऑटोमैटिक के साथ आता है। ट्रिम लेवल के बावजूद महिंद्रा थार को स्टैंडर्ड के रूप में 4-व्हील-ड्राइव सिस्टम मिलता है। साथ ही मैनुअल ट्रांसफर केस भी है।
ट्रांसफर केज में 2-हाई, 4-हाई और 4-लो ऑप्शन मिलते हैं। 2-हाई ‘मोड फ्रंट व्हील को डिस्कनेक्ट करता है और थार को रियर-व्हील-ड्राइव एसयूवी में बदल देता है। 4-हाई ‘रेग्यूलर 4WD मोड है, जबकि 2-लो लो-रेसियो मोड है, जो आसानी से मुश्किलों के बीच एसयूवी को चढ़ने में मदद करने के लिए व्हील का टॉर्क आउटपुट बढ़ाता है।