भारत में टोयोटा अपने कई नए प्रोडक्ट लॉन्च करने के लिए तैयार है, जिनमें अर्बन क्रूज़र टैसर कॉम्पैक्ट कूप एसयूवी से लेकर अगली पीढ़ी की फॉर्च्यूनर शामिल है
लोकप्रिय कार निर्माता कंपनी टोयोटा भारतीय बाजार में अपने कई नए प्रोडक्ट के साथ धूम मचाने की तैयारी कर रही है। टोयोटा भारतीय कार खरीदारों और उत्साही लोगों की विविध जरूरतों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कंपनी के आने वाले प्रोडक्ट्स में कॉम्पैक्ट एसयूवी से लेकर फुल साइज एसयूवी तक शामिल है। आइए, इनके बारे में जान लेते हैं।
1. अर्बन क्रूजर टैसर
टोयोटा जल्द ही कॉम्पैक्ट एसयूवी बाजार में फिर से प्रवेश करने की योजना बना रही है। इस बार मारुति सुजुकी फ्रोंक्स के नए संस्करण के साथ निर्माता द्वारा दायर ट्रेडमार्क के आधार पर टोयोटा-बैज मॉडल का नाम “अर्बन क्रूजर टैसर” होने की उम्मीद है। न्यूनतम बाहरी परिवर्तन, एक परिचित डैशबोर्ड और अपल्होस्ट्री में बदलाव की अपेक्षा है। अर्बन क्रूजर टैसर मे 1.0 लीटर टर्बो-पेट्रोल और 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन मिलेगा, दोनों मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ उपलब्ध होंगे।
2. नई जेनेरशन टोयोटा फॉर्च्यूनर
लोकप्रिय टोयोटा फॉर्च्यूनर को नया जनरेशन मिलने वाला है। इसके नए मॉडल से लोगों को कई तरह की उम्मीदें हैं। आगामी तीसरी पीढ़ी की फॉर्च्यूनर का 2024 में वैश्विक अनावरण होने की उम्मीद है और उसके बाद यह भारत में आएगी। बड़ी खबर ये है कि इसके 2.8 लीटर डीजल इंजन में 48V माइल्ड-हाइब्रिड सिस्टम की शुरूआत होगी, जिससे माइलेज को लगभग 10 प्रतिशत बढ़ाया जा सकेगा। सख्त उत्सर्जन मानदंडों के साथ, ये इलेक्ट्रिक पावरट्रेन की मदद से गेम-चेंजर साबित होगी।
3. टोयोटा कोरोला क्रॉस 7-सीटर
टोयोटा भारत में कोरोला क्रॉस एसयूवी को पेश करने की तैयारी कर रही है लेकिन इसमें एक बड़ा बदलाव होने वाला है। अपने वैश्विक समकक्ष के विपरीत, इसका इंडियन वर्जन 3-पंक्ति/7-सीटर वाला होगा। टोयोटा इसके व्हीलबेस का विस्तार करेगी, जो वर्तमान में 2,640 मिमी है। इस परिवर्तन को समायोजित करने के लिए टीएनजीए-सी प्लेटफॉर्म में संशोधन किया जाएगा।
इस कदम का उद्देश्य फॉर्च्यूनर के नीचे एक नई 7-सीटर एसयूवी सेगमेंट पेश करना है, जो हुंडई अलकाज़ार, एमजी हेक्टर प्लस और टाटा सफारी जैसी कारों को टक्कर देगी। इंजन की बात करें तो इसमें 2.0-लीटर पेट्रोल और 2.0-लीटर स्ट्रांग हाइब्रिड इंजन दिए जाने की उम्मीद है, जबकि डीजल विकल्प की संभावना नहीं है।