
फोर्ड इकोस्पोर्ट इस वित्तीय वर्ष (अब तक) के निर्यात चार्ट में सबसे ऊपर है, उसके बाद Chevrolet बीट और फिर हुंडई Verna है
भारतीय घरेलू कार बाजार ने लाकडाउन के बाद से उल्लेखनीय रिकवरी दर्ज की है, लेकिन कार निर्यात के मामले में ऐसी वृद्धि नहीं देखी गई है। अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक कार निर्यात में कुल मिलाकर 43.14 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि इसके बावजूद भी कई निर्माताओं ने कुछ अच्छा किया है और अपनी कारों को निर्यात करने में अच्छे नंबर दर्ज किए हैं।
अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक फोर्ड इकोस्पोर्ट (Ford EcoSport) भारत की सबसे अधिक निर्यात की जाने वाली कार रही है, जिसकी कुल 37,296 यूनिट विदेशों में भेजी गईं, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः शेवरले बीट (Chevrolet Beat) और हुंडई वेर्ना (Hyundai Verna) हैं, जिनकी 28,619 यूनिट और 28,247 यूनिट को निर्यात किया गया।
लिस्ट में चौथा स्थान किआ सेल्टोस (Kia Seltos) को प्राप्त हुआ है, जिसकी 27,263 यूनिट निर्यात की गई हैं और पांचवें स्थान पर फॉक्सवैगन वेंटो (Volkswagen Vento) है, जिसकी समान अवधि में 22,455 यूनिट निर्यात की गई हैं। छठवां स्थान निसान सनी (Nissan Sunny) को प्राप्त हुआ है, जिसकी 19,031 यूनिट का निर्यात किया गया है।
Model | April ’20 to January ’21 | April ’19 to January ’20 |
Ford EcoSport (-46.77%) | 37,296 | 70,063 |
Chevrolet Beat (-47.84%) | 28,619 | 54,863 |
Hyundai Verna (-48.56%) | 28,247 | 54,914 |
Kia Seltos (78.11%) | 27,263 | 15,307 |
Volkswagen Vento (-42.81%) | 22,455 | 39,267 |
Nissan Sunny (-64.35%) | 19,031 | 53,388 |
Maruti Suzuki S-Presso (476.55%) | 17,804 | 3,088 |
Hyundai Creta (-48.17%) | 17,594 | 33,948 |
Maruti Suzuki Baleno (-42.82%) | 16,713 | 29,227 |
Hyundai Grand i10 (-42.70%) | 13,925 | 24,301 |
Maruti Suzuki Swift (11.29%) | 9,987 | 8,974 |
Maruti Suzuki Dzire (-20.32%) | 9,250 | 11,609 |
Hyundai Aura | 9,070 | 15 |
Volkswagen Polo (-37.11%) | 5,913 | 9,402 |
Maruti Suzuki Alto (-44.05%) | 5,707 | 10,201 |
Hyundai Elite i20 (-60.91%) | 4,825 | 12,342 |
Jeep Compass (57.15%) | 4,075 | 2,593 |
Renault Triber (331.28%) | 4,067 | 943 |
Maruti Suzuki Celerio (-51.94%) | 3,935 | 8,188 |
Hyundai Venue (-26.40%) | 3,784 | 5,141 |
इस अवधि में मारुति सुजुकी ने एस-प्रेसो (Maruti Suzuki S-Presso) की 17,804 यूनिट का निर्यात किया, जबकि हुंडई ने क्रेटा (Hyundai Creta) की 17,594 यूनिट को निर्यात किया है। मारुति बलेनो (Maruti Suzuki Baleno) को निर्यात लिस्ट में नौवां स्थान मिला है, जिसकी 16,713 यूनिट का निर्यात किया गया, जबकि दसवां स्थान हुंडई ग्रैंड आई10 (Hyundai Grand i10) को 13,925 यूनिट के साथ मिला।
मारुति स्विफ्ट (Maruti Suzuki Swift) लिस्ट में ग्यारहवें स्थान पर रही, जिसकी 9,987 यूनिट बाहर भेजी गई, जबकि इसके बाद मारुति डिजायर (Maruti Suzuki Dzire) के निर्यात का आंकड़ा 9,250 यूनिट रहा। इस बीच हुंडई औरा (Hyundai Aura) की भी कुल मिलाकर 9,070 यूनिट निर्यात आकड़े प्राप्त करने में सफल रही है।
इसी अवधि में फॉक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) की 5,913 यूनिट को निर्यात किया गया है, जबकि मारुति ऑल्टो (Maruti Suzuki Alto) और हुंडई एलीट i20 (Hyundai Elite i20) ने क्रमशः 5,707 यूनिट और 4,825 यूनिट का निर्यात आंकड़ा दर्ज किया है। जीप कम्पास (Jeep Compass) सत्रहवें स्थान पर 4,075 यूनिट के साथ रही।
अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक रेनो ट्राइबर (Renault Triber) की 4,067 यूनिट का निर्यात हुआ, जबकि मारूति सेलेरियो (Maruti Suzuki Celerio) की 3,935 यूनिट भेजी गई और सबसे आखिरी स्थान हुंडई वेन्यू (Hyundai Venue) को प्राप्त हुआ, जिसकी 3,784 यूनिट का निर्यात किया गया।