टेस्ला मॉडल 3 भारत में 2021 के अंत तक होगी लॉन्च, जल्द शुरू होगी टेस्टिंग

Tesla model 3_

टेस्ला जल्द ही भारत में परीक्षण के लिए मॉडल 3 की कुछ यूनिट्स को आयात करने की योजना बना रही है, और इसके इस साल के अंत से पहले लॉन्च होने की उम्मीद है

अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला भारतीय बाजार में अपनी एंट्री के लिए कुछ ठोस कदम उठा रही है। हाल ही में सामने आई एक खबर की मानें तो कंपनी जुलाई या अगस्त तक भारत में टेस्टिंग के लिए मॉडल 3 की कुछ यूनिट को इम्पोर्ट करने जा रही है। खबर यह भी है कि 4 जून को तीन नई यूनिट पहले ही मुंबई आ चुकी हैं।

टेस्ला ने अपना बैक-एंड कार्य भी शुरू कर दिया है, क्योंकि यह शुरुआती मॉडल जल्द ही एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की मंजूरी और अन्य लागू अनुपालन जांच के लिए टेस्टिंग शुरू कर देंगे। निर्माता पहले प्रमुख मेट्रो शहरों में अपने डीलरशिप स्थापित करेगी और इसके बाद देश में मिली प्रतिक्रिया के आधार पर अगली रणनीति पर कार्य करेगी।

बाद के चरणों मे कपंनी हमारे देश में ईवी और बैटरी निर्माण से संबंधित नियमों और योजनाओं पर कार्य करेगी। टेस्ला मॉडल 3 ब्रांड के वैश्विक लाइनअप में सबसे किफायती मॉडल है और यह कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार भी है। इस तरह इस साल के अंत तक भारतीय बाजार में इस कार की बिक्री शुरू होने की उम्मीद है।

टेस्ला सबसे पहले मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली जैसे शहरों में अपने स्वामित्व वाली डीलरशिप खोलेगी। हालाँकि, इसके आफ्टरसेल वर्कशॉप/सर्विस सेंटर इसके बजाय फ्रैंचाइज़ी आधारित हो सकते हैं। टेस्ला इंडिया में वर्तमान में लीडरशिप टीम में केवल छह सदस्य हैं और कंपनी आने वाले महीनों में और अधिक लीडरशिप पदों को भरने के साथ-साथ अन्य भूमिकाओं को भी भरना चाहती है।

हालांकि टेस्ला इंडिया ने अपना पहला कार्यालय बेंगलुरु में रजिस्टर किया है, लेकिन कंपनी का वरिष्ठ प्रबंधन मुंबई से होगा। निर्माता के पास अपने कर्मचारियों के लिए योजना है और ब्रांड अपने वैश्विक मानकों के अनुरूप खरीददारों को अनुभव प्रदान करने की कोशिश करेगी। टेस्ला शुरुआत में भारत में प्रीमियम खरीददारों को लक्षित करेगी, साथ ही ऐसे लोग भी जो ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का समर्थन कर सकते हैं।

हालांकि टेस्ला ने अभी तक भारत में अपनी उत्पादन सुविधा का फैसला नहीं किया है, लेकिन संभवतः यहाँ एक असेंबली यूनिट स्थापित की जाएगी और मॉडल 3 को CKD के माध्यम से देश में लाया जाएगा, जो लागत को प्रतिस्पर्धी बनाए रखने में मदद करेगी। कंपनी बाद के चरणों में मांग बढने, ईवी नीतियों और टैक्स के मुद्दों के सुलझ जानें के बाद स्थानीय स्तर पर निर्माण भी शुरू कर सकती है।