भारत में टाटा टियागो और टिगोर सीएनजी की अनौपचारिक बुकिंग हुई शुरू

Tata Tiago CNG-2

टाटा टियागो और टिगोर सीएनजी वेरिएंट में मौजूदा 1.2-लीटर, नैचुरली-एस्पिरेटेड, पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन इसका पावर आउटपुट थोड़ा कम होगा

भारत में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने निश्चित तौर पर लोगों की जेब पर बोझ डाला है और लोग वैकल्पिक उर्जा से चलने वाले वाहनों की तलाश कर रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सीएनजी द्वारा संचालित वाहन बेहतर विकल्प हो सकते हैं। खरीददारों की इसी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मारुति सुजुकी, हुंडई और टाटा जैसी कंपनियां सीएनजी से चलने वाली कारों पर अपना बड़ा दांव लगाने जा रही हैं।

खबरों की मानें तो देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी चालू वित्त वर्ष में करीब 60 फीसदी की वृद्धि के साथ 2,50,000 सीएनजी वाहनों को बनाने का लक्ष्य साथ लेकर चल रही है तो वहीं हुंडई को भी उम्मीद है कि उसके सीएनजी वाहनों की बिक्री तीन गुना बढ़कर लगभग 35,000 यूनिट हो जाएगी।

मारूति और हुंडई के अलावा टाटा मोटर्स भी सीएनजी कारों की रेस में शामिल होने जा रही है और भारतीय बाजार में जल्द ही इसके एंट्री लेवल की हैचबैक टियागो और सेडान टिगोर के सीएनजी वर्जन को पेश किया जाएगा। एक अन्य खबर की मानें तो देश में इन दोनों कॉम्पैक्ट सीएनजी कारों की बुकिंग डीलरशिप लेवल पर अनौपचारिक तौर पर शुरू हो गई है।Tata Tiago CNGटाटा मोटर्स देश में टिगोर के साथ एकमात्र सेडान की बिक्री करती है। इसलिए कंपनी द्वारा इसके सीएनजी वेरिएंट को पेश किया जाना समझ में आता है। यह वास्तव में हर तरह की जरूरतों पर खरा उतरती है और इसे ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 4-स्टार भी मिले हैं। इस तरह यह सस्ती होने के साथ-साथ एक सुरक्षित कार भी है। इस कॉम्पैक्ट सेडान को भारत में पहली बार मार्च 2017 में पेश किया गया था और इसने पिछले कुछ वर्षों में अच्छी सफलता हासिल की है।

इसी तरह टियागो हैचबैक को साल 2016 में लॉन्च किया गया था और यह टाटा की सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक है। वर्तमान में टाटा टियागो और टिगोर दोनों ही कारें 1.2-लीटर, नैचुरली-एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है, जो कि 85 बीएचपी की पावर और 113 न्यूटन मीटर का विकसित करता है।Tata Tiago CNGइस तरह फ़ैक्टरी-फिटेड CNG वैरिएंट में भी इसी इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन सके पावर आउटपुट में थोड़ी कमी आ सकती है और इसे केवल मैन्युअल गियरबॉक्स विकल्प मिलेगा। इसके पहले कंपनी इन कारों को 1.05-लीटर तीन-सिलेंडर डीजल इंजन के साथ भी पेश करती थी, लेकिन देश में बीएस6 मानकों के लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया था।

इस तरह टिगोर और टियागो का सीएनजी वेरिएंट डीजल इंजन का विकल्प भी होगा और इनकी रेंज भी मजबूत होगी। इसके साथ खरीददारों के लिए एक विकल्प भी होगा। हालांकि दोनों कारों में सीएनजी बैज के अलावा डिजाइन व फीचर्स के मोर्चे पर कोई बगलाव होने की उम्मीद नहीं है। खबरों की मानें तो टाटा मोटर्स भविष्य में टाटा पंच, अल्ट्रोज और नेक्सन के भी सीएनजी वर्जन को बाजार में पेश कर सकती है।