टाटा मोटर्स ने हाल ही में कर्व और अविन्या इलेक्ट्रिक कॉन्सेप्ट का भी खुलासा किया है, जिस पर आधारित वाहनों को 2025 तक लॉन्च किया जाएगा
टाटा मोटर्स भारतीय बाजार के लिए अलग-अलग सेगमेंट और कीमत में कई नए इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश करने की योजना बना रही है। उपभोक्ताओं की एक विस्तृत श्रृंखला से अपील करने के लिए टाटा विभिन्न प्रकार के बॉडी स्टाइल में कारों को लक्षित करेगी। इस कंपनी का यात्री इलेक्ट्रिक कार डिवीजन वर्तमान में एक समर्पित स्केटबोर्ड प्योर ईवी आर्किटेक्चर सहित तीन नए ईवी प्लेटफॉर्म को विकसित करने पर कार्य कर रही है।
दरअसल टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने हाल ही में कहा है कि ये सभी प्लेटफॉर्म अंततः सह-अस्तित्व में रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी प्रकार के ग्राहकों के लिए सेगमेंट, बॉडी स्टाइल, फीचर लेवल और अनुभव के विभिन्न स्तरों पर उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने जा रहे हैं। हमने अगले आधे दशक में लगभग 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है।
बता दें कि टाटा समूह ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक नए टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (TPEML) की स्थापना की है, जो भविष्य की बेहतरी और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कंपनी ने 2021 में 9.1 अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ 1 अरब डॉलर जुटाए थे। वित्त वर्ष 2022 (अप्रैल 2021-मार्च 2022) में टाटा ने नेक्सन ईवी के लिए अच्छी प्रतिक्रिया के साथ 353 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की है।टाटा मोटर्स अपनी टिगोर ईवी की बिक्री में अच्छी वृद्धि दर्ज करने में कामयाब हुई है। कंपनी ने हाल ही में अपनी रणनीति को विस्तार देने के लिए कर्व और अविन्या कॉन्सेप्ट की शुरुआत की है, जिस पर आधारित वाहनों को भविष्य में लॉन्च किया जाएगा। वास्तव में कर्व जनरेशन 2 प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जबकि अविन्या जनरेशन 3 स्केटबोर्ड पर आधारित है।
कर्व कॉन्सेप्ट पर आधारित इलेक्ट्रिक मिडसाइज़ एसयूवी कूप को अगले दो वर्षों के भीतर पेश किया जाएगा। कंपनी कर्व पर आधारित डीजल-पेट्रोल से चलने वाली एक नई मिडसाइज एसयूवी कूप भी पेश करेगी, जबकि Avinya का प्रोडक्शन अवतार 2025 तक जाएगा। आगामी जेनरेशन 3 इलेक्ट्रिक मॉडल में सिंगल चार्ज पर 500 किमी से अधिक की रेंज क्षमता होगी।यह प्लेटफ़ॉर्म बड़ी बैटरी को एक इष्टतम पैकेजिंग में समायोजित करने की क्षमता के कारण संभव हुआ है, जबकि इन्हें ऑटोनामस सुविधाएं, वॉयस-असिस्टेड तकनीक, एडीएएस, एआई असिस्ट आदि जैसी उन्नत तकनीक मिलने की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक सेगमेंट में दावेदार केवल टाटा ही नहीं होगी, बल्कि साल 2025 तक मारुति सुजुकी, टोयोटा और महिंद्रा जैसे मुख्यधारा के ब्रांडों के पास भी कारें होंगी।