भारत में टाटा मोटर्स अगले 4 सालों में लाएगी 7 नए इलेक्ट्रिक वाहन

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टाटा मोटर्स भारत में टाटा अल्ट्रोज़, टियागो और पंच के इलेक्ट्रिक वेरिएंट के साथ-साथ कुछ और नए इलेक्ट्रिक वाहनों को भविष्य में लॉन्च कर सकती है

टाटा मोटर्स लगातार अपने पोर्टफोलियो के विस्तार की योजना पर कार्य कर रही है, जिसके तहत कुछ दिन पहले ही देश में टाटा टिगोर ईवी को लॉन्च किया गया है, जबकि आने वाले हफ्तों में देश में टाटा पंच को भी लॉन्च कर दिया जाएगा। इसके अलावा टाटा मोटर्स कई और भी प्रोडक्ट को लॉन्च करने की योजना साथ लेकर चल रही है, जिसके तहत देश में देश में अगले 4 सालों में 7 नए इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च किए जाएंगे।

दरअसल हाल ही में टाटा मोटर्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी पीबी बालाजी ने कहा कि टाटा मोटर्स की नई स्थापित और अभी तक नामित इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी एसेट-लाइट होगी। टाटा और टीपीजी राइज क्लाइमेट के बीच समझौता बाद में इसके सह-निवेशकों के साथ 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। जहां वर्टिकल में 11 फीसदी से 15 फीसदी हिस्सेदारी होगी।

हालांकि यह किसी भी विनिर्माण संयंत्र का मालिक नहीं होगा और इसके बजाय कारों को रोल आउट करने के लिए टाटा मोटर्स की निर्माण यूनिट पर निर्भर होगा। नई कंपनी का मूल्य 9.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो टाटा के मार्केट कैप का लगभग आधा है और यह शून्य-उत्सर्जन वाहनों के लिए भविष्य के बौद्धिक संपदा अधिकार बनाएगी।tata altroz ev1बालाजी ने आगे कहा किनिर्माण क्षमता ईवी फर्म के टोलिंग के आधार पर उपलब्ध होगी। कंपनी के भीतर अपने आप में कोई संपत्ति या क्षमता नहीं होने के बावजूद, नए वर्टिकल के पास पहले से काम कर रही पीवी सुविधाओं तक पहुंच होगी। ब्रांड और आईपी का उपयोग करने के लिए, नई ईवी कंपनी टाटा की यात्री वाहन व्यवसाय इकाई को शुल्क का भुगतान करेगी।

बता दें कि टाटा वर्तमान में भारत में नेक्सन ईवी और टिगोर ईवी की बिक्री करती है, जो कि अपने सेगमेंट की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार है। इन दिनों कारों को ज़िपट्रॉन तकनीक के साथ पेश किया जाता है और इनका मौजूदा स्थानों से रोल आउट होना जारी रहेगा। कंपनी ने यह भी पुष्टि की है कि अगले पांच सालों में कंपनी अपने ईवी पोर्टफोलियो में 10 नए वाहनों को विकसित करेगी।Tata-nexon-ev-Dark-edition.jpgइसके अलावा टाटा पावर के साथ मिलकर व्यापक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जाएगा। टाटा ने अपने ईवी कारोबार से लगभग 500 करोड़ रूपए से लेकर 600 करोड़ रुपये का राजस्व पोस्ट किया है, जो कि हर महीने औसतन 1,000 से अधिक ईवी की बिक्री है। इस वक्त इस सेगमेंट में टाटा की बाजार हिस्सेदारी 71 प्रतिशत है। कहा जा रहा  कि आने वाली ईवी रेंज में अलग-अलग सेगमेंट के वाहन होंगे।

हालांकि कमर्शियल व्हीकल डिवीजन की ईवी कंपनी इस नए प्रतिष्ठान का हिस्सा नहीं होगी, लेकिन सीवी फर्म रॉयल्टी का भुगतान करने के बाद नई ईवी कंपनी से टेक्नोलाजी प्राप्त कर सकती है क्योंकि टाटा ब्रांड के तहत पीवी पर पूरी तरह से केंद्रित है। इस तरह यह भी प्रतीत होता है कि टाटा अल्ट्रोज़, टियागो और पंच के इलेक्ट्रिक वेरिएंट सहित कई नए पर्यावरण के अनुकूल वाहनों पर काम कर रही है।