भारत में स्कोडा कुशाक की डिलीवरी अगले महीने से होगी शुरू

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स्कोडा कुशाक 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल और 1.5-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है जिसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्प हैं

स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया लिमिटेड ने कुछ साल पहले इंडिय़ा 2.0 प्रोजेक्ट की शुरूआत की थी, जिसके तहत कंपनी ने पिछले तीन वर्षों में एक अरब यूरो से अधिक का निवेश किया है। यहाँ ध्यान दिया जाना चाहिए कि यह निवेश ब्रांड के भविष्य के लिए बहुत महत्व रखता है और इसके जरिए कंपनी के मॉडलों की आगामी सीरीज भारी स्थानीयकृत प्लेटफार्म पर आधारित होगी।

स्कोडा कुशाक मूलरूप से उसी विजन इन कॉन्सेप्ट का प्रोडक्शन वर्जन है, जिसे कंपनी ने 2020 ऑटो एक्सपो में प्रदर्शित किया था। इस मिड-साइज़ एसयूवी की कीमतें आने वाले हफ्तों में जारी की जाएंगी और इसका उत्पादन पुणे, महाराष्ट्र के पास चाकन प्लांट में शुरू हो चुका है। कुशाक का मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, टाटा हैरियर, एमजी हेक्टर, निसान किक्स और रेनो डस्टर जैसी कारों से है।

कंपनी के नए MQB A0 IN प्लेटफार्म पर आधारित कुशाक में 95 प्रतिशत से ज्यादा स्थानीय सामग्री का इस्तेमाल किया गया है और कंपनी इसमें नए डिजाइन दर्शन का पालन करती है, जिसके साथ वैश्विक स्तर पर कंपनी के कैरेक्टर लाइन का अनुसरण किया गया है। फीचर्स के रूप में स्कोडा को वायरलेस ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो संगतता के साथ 10.1 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, स्टीयरिंग व्हील के साथ माउंटेड कंट्रोल्स, ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल और कई एयरबैग मिल रहे हैं।

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कार के डिज़ाइन हाइलाइट्स में वर्टिकल ब्लैक स्लैट्स के साथ क्रोम बटरफ्लाई फ्रंट ग्रिल, वाइड सेंट्रल एयर इनलेट, एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट्स के साथ शार्प एलईडी हेडलैम्प्स, फ्रंट और रियर स्किड प्लेट्स, रेकेड फ्रंट विंडशील्ड, नए डिज़ाइन किए गए अलॉय व्हील्स, रूफ रेल्स, स्प्लिट एलईडी टेल लैम्प्स, बूटलिड पर स्कोडा लेटरिंग आदि शामिल है।

पावर देने के लिए स्कोडा कुशाक को 1.0-लीटर तीन-सिलेंडर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिला है, जो कि 115 पीएस की पावर और 175 न्यूटन मीटर का पीक टॉर्क विकसित करने में सक्षम है। इसके अलावा कार को 1.5-लीटर फोर-सिलेंडर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन भी मिला है, जो कि 150 पीएस की पावर और 250 न्यूटन मीटर का टॉर्क उत्पन्न करता है।

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स्टैंडर्ड के रूप में दोनों इंजनों को छह-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है, जबकि छोटे गैसोलीन यूनिट में छह-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन मिलता है, जबकि 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन के टॉप-स्पेक वेरिएंट में सात-स्पीड डीएसजी की पेशकश की जाएगी।