निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर को GNCAP क्रैश टेस्ट में मिली 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग

nissan magnite crash test

निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर एक ही सीएमएफ-ए+ प्लेटफार्म पर आधारित हैं और दोनों को क्रैश टेस्ट में समान 4-स्टार रेटिंग हासिल हुई है

ग्लोबल एनसीएपी ने अपनी सेफ कार्स फॉर इंडिया पहल के तहत अभी चार और भारतीय कारों का परीक्षण किया है। परीक्षण किए गए नए मॉडलों में लोकप्रिय निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर कॉम्पैक्ट एसयूवी शामिल हैं। ये दोनों ही कारें एक ही सीएमएफ-ए+ प्लेटफार्म पर आधारित हैं और अपने इंजन विकल्प भी साझा करते हैं। इसके अलावा इस परीक्षण में होंडा सिटी के चौथे जेनरेशन और होंडा जैज़ का भी परीक्षण किया गया है और दोनों को ही एडल्ट सेफ्टी के लिए 4-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है।

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि निसान मैग्नाइट को देश में दिसंबर 2020 में लॉन्च किया गया था और इसे हमारे बाजार में काफी सफलता मिली है। मैग्नाइट की सफलता की मूल वजह इसकी आक्रामक कीमत, ज्यादा फीचर्स हैं। हालाँकि अभी तक इनकी सेफ्टी रेटिंग नहीं आई थी और कई खरीददार इसका इंतजार कर रहे थे, जो अब समाप्त हो गया है। मैग्नाइट को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में 4-स्टार रेटिंग के साथ 17 में से 11.85 अंक प्राप्त हुए है।

वहीं मैग्नाइट चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है, क्योंकि इसे 2-स्टार रेटिंग मिला है और 49 अंकों में से 24.88 अंक प्राप्त किए हैं। टेस्ट में परीक्षकों ने मैग्नाइट के बॉडीशेल और फुटवेल क्षेत्र को स्थिर बताया है, लेकिन ड्राइवर की छाती और घुटनों को प्रदान की गई सुरक्षा मामूली है।

हालाँकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन रेटिंग में इसे नुकसान हुआ है, क्योंकि बेस वेरिएंट में चाइल्ड सीट के लिए कोई ISOFIX एंकर पॉइंट नहीं थे और उन्हें थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट के साथ सुरक्षित करने से अत्यधिक फॉरवर्ड मूवमेंट हुआ। चूंकि काइगर भी मैग्नाइट की तरह समान प्लेटफॉर्म पर विकसित की गई और कई मैकेनिकल पार्ट साझा करते हैं।

इस तरह काइगर को भी यही रेटिंग प्राप्त हुई है, वास्तव में एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में काइगर ने भी 4-स्टार रेटिंग प्राप्त की है। हालाँकि इसने 17 अंक में से 12.34 अंक प्राप्त करके मैग्नाइट के मुकाबले मामूली रूप से बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में 2-स्टार रेटिंग के बावजूद मैग्नाइट के मुकाबले थोड़ा कम स्कोर किया है और 49 में से 21.05 अंक हासिल किए है।renault kiger crash testएजेंसी ने यह भी नोट किया है कि काइगर की बॉडी थोड़ी अस्थिर है और आगे से भार का सामना करने में सक्षम नहीं है। इसके फुटवेल को स्थिर दर्जा दिया गया है और वयस्कों को दी जाने वाली सुरक्षा का स्तर मैग्नाइट के समान था। चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन टेस्ट में भले ही काइगर के रियर में ISOFIX चाइल्ड सीट एंकरिंग पॉइंट हैं, लेकिन इस तथ्य के कारण कि उन्हें चिह्नित नहीं किया गया था।

भारत में निसान मैग्नाइट और काइगर एक ही 1.0 लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल (71 बीएचपी /96 एनएम) और 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल (99 बीएचपी /160 एनएम) इंजन द्वारा संचालित हैं। ट्रांसमिशन विकल्पों में स्टैंडर्ड के रूप में 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स है, जबकि टर्बो पेट्रोल यूनिट को वैकल्पिक रूप से सीवीटी ऑटोमैटिक यूनिट दिया गया है।