नई टाटा हैरियर डीलरशिप से हुई चोरी, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात

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हाल ही में हरियाणा के गुरुग्राम में एक कार शोरूम से टाटा हैरियर के चोरी होने की घटना का सीसीटीवी फूटेज सामने आया है

हरियाणा के गुरूग्राम में इन दिनों वाहनों की चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है और एक बार फिर से एक हैरान करने वाली खबर आई है। दरअसल हाल ही में टाटा मोटर्स के एक डीलरशिप से एक नई टाटा हैरियर की चोरी हुई है, जिसकी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। घटना 15 जून की सुबह करीब साढ़े पाँच बजे की बताई जा रही है, जब डीलरशिप बंद था, लेकिन एक हैरियर शोरूम के सामने पार्किंग स्थल में खड़ी थी।

जानकारी के मुताबिक यह वारदात गुरूग्राम के सोहना रोड पर स्थित स्कॉटिश मॉल की है, जहाँ टाटा मोटर्स Zedex शोरूम में 13 जून को ही वाहनों का एक नया बैच आया था। कारों को मॉल परिसर के भीतर शोरूम के ठीक बाहर पार्क किया गया था, लेकिन सुबह जब डीलरशिप पर कर्मचारी पहुंचे तो एक कार को गायब पाकर वे हैरान रह गए।

इसके बाद डीलर कर्मियों ने सीसीटीवी फूटेज की जांच की तो इस हैरान करने वाली घटना का खुलासा हुआ। यह कार हैरियर का एक्सजेड प्लस वेरिएंट था, जिसकी कीमत करीब 20 लाख (एक्स-शोरूम, गुरुग्राम) रूपए है। चूंकि यह बिल्कुल नई कार थी, इसलिए इस पर नंबर प्लेट भी नहीं थी। दूसरी ओर बदमाशों को यह विश्वास हो गया होगा कि वे इतने सुबह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आएंगे।

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सीसीटीवी फुटेज में कर्मचारी वाहन चोर को पहचान नहीं पाए हैं। इस घटना की सबसे हैरान करने वाली बात यह भी रही कि कार की दोनों चाभी डीलरशिप के अंदर थी, जो कि डीलर के लिए चिंता की बात है, क्योंकि यहाँ ध्यान दिया जाना चाहिए कि हैरियर का एक्सजेड प्लस एडिशन की लैस एंट्री और इग्निशन से लैस है और कार चोरों को कारों की चोरी करने के लिए उस तकनीक में हेरफेर करने के लिए जाना जाता है।

आधुनिक स्मार्ट चाबी जब भी रेंज में होती हैं तो अपने संबंधित वाहनों को ऑटोमेटिक रूप से अनलॉक करती हैं, लेकिन सिग्नल बूस्टर का इस्तेमाल करके चोर स्मार्ट चाबी की सीमा बढ़ा सकते हैं, जिससे वह दूर से भी अपनी कार को अनलॉक कर सकता है। इस तरह की समस्याएं इन दिनों टेक-लोडेड गाड़ियों के लिए प्रमुख समस्या बनकर उभरा है।

डीलरशिप स्टाफ ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है कि इस मामले में पुलिस ने तत्काल कोई कार्यवाही नहीं की थी और घटना की FIR दो दिन बाद यानि 17 जून को संबंधित पुलिस स्टेशन में की गई थी, जबकि घटना 15 जून के सुबह की थी, लेकिन 16 जून को भी आधिकारिक तौर पर प्राथमिकी दर्ज की नहीं गई थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले की अभी जांच चल रही है।