भारत में एमजी मोटर्स अगले 2 सालों में लॉन्च करेगी अपना दूसरा इलेक्ट्रिक वाहन

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एमजी मोटर इंडिया भारत में अगले दो सालों में एक और नए किफायती इलेक्ट्रिक वाहन को लॉन्च करेगी, जिसकी कीमत 20 लाख रुपए से कम होगी

एमजी मोटर इंडिया देश में पहले से ही अपनी एक इलेक्ट्रिक एसयूवी जेडएस ईवी की बिक्री करती है। हाल ही में सामने आई एक नई खबर की मानें तो कंपनी आने वाले दो सालों में देश में एक और नए इलेक्ट्रिक वाहन को लॉन्च करेगी। यह इलेक्ट्रिक कार ज्यादा किफायती होगी और इसकी कीमत 20 लाख रूपए के अंदर होने की उम्मीद है।

इस तरह अगर भारत में यह इलेक्ट्रिक कार लॉन्च होती है तो जेडएस ईवी के बाद यह भारतीय बाजार के लिए एमजी की दूसरी इलेक्ट्रिक कार होगी। वर्तमान में एमजी जेडएस ईवी को 20.99 लाख रूपए की शुरूआती कीमत में बेचा जाता  है, जो कि टॉप वेरिएंट में 24.18 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है। भारत में कंपनी जेडएस ईवी के अलावा हेक्टर और ग्लॉस्टर जैसे मॉडलो की भी बिक्री करती है।

दरअसल हाल ही में एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव छाबा ने एक इंटरव्यू के हवाले से कहा है कि हम अब तक अपने इलेक्ट्रिक वाहन उत्पाद के प्रदर्शन से बहुत खुश हैं। इसलिए हम भविष्य में और ज्यादा इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करने का इरादा रखते हैं। उम्मीद है कि हम अगले दो सालों में भारत में 20 लाख रुपए से कम कीमत वाली दूसरी इलेक्ट्रिक कार को लॉन्च करेंगे।

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राजीव छाबा ने यह भी कहा कि देश में चल रहे हेल्थ क्राइसिस के कारण इस कार की लॉन्च योजनाओं में थोड़ी देरी होगी, क्योंकि हम इस विपरीत परिस्थिति में आवश्यक सामग्री की कमी के कारण अब समयसीमा को परिभाषित नहीं कर रहे हैं, लेकिन उम्मीद है कि इसे अगले दो साल में हम पेश कर सकते हैं।

बता दें कि भारत में मौजूदा दौर में एमजी जेडएस ईवी अच्छा प्रदर्शन कर रही है और कंपनी ने पिछले साल इसकी 1300 से भी ज्यादा यूनिट की बिक्री की है, जो कि काफी प्रभावशाली है। इसलिए आने वाले महीनों में इस कार के बिक्री में और भी ज्यादा वृद्धि होने की उम्मीद है। कंपनी हलोल में अपने प्लांट में नई इलेक्ट्रिक कार के प्रोडक्शन के लिए इसकी क्षमता का पूरी तरह से इस्तेमाल करने पर विचार करेगी। यहाँ हर साल लगभग एक लाख यूनिट कारों के उत्पादन करने की क्षमता है।

भारत में एक नए प्रोडक्शन प्लांट को स्थापित करने की योजना के बारे में पूछे जाने पर राजीव छाबा ने कहा कि इस समय इस योजना की बहुत ज्यादा संभावना नहीं है। इसलिए वे हलोल प्लांट के क्षमता का पूरी तरह से इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे, क्योंकि हेल्थ क्राइसिस के कारण कंपनी की बिक्री में काफी कमी देखी गई है, इसलिए कंपनी की योजना में कोई दूसरा प्लांट नहीं है।