मारुति सुजुकी स्विफ्ट ने पूरे किये 15 साल, 22 लाख कारें बेची गई इस दौरान

Maruti swift 15 year

मारुति सुजुकी स्विफ्ट (Maruti Suzuki Swift) ने भारत में 2.2 मिलियन यूनिट से अधिक की बिक्री की है और अपने पूरे जीवन काल में सेगमेंट का नेतृत्व किया है

मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Limited) ने खुद को मारुति सुजुकी स्विफ्ट (Maruti Suzuki Swift) हैचबैक के माध्यम से स्थापित किया है और इस कार को साल 2005 में लॉन्च किया गया था। अपने तीनों जेनरेशन के साथ यह कार भारत में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रही है और ग्राहकों का इसे बहुत प्यार मिला।

यही वजह रही है कि मारुति सुजुकी स्विफ्ट (Maruti Suzuki Swift) लगातार 15 सालों से अपने सेगमेंट का नेतृत्व कर रही है और कंपनी की सेल्स वॉल्यूम को बढ़ाने में काफी मदद किय़ा है। हैरान करने वाली बात ये भी कि इस कार की हर जेनरेशन के लॉन्च होने पर इसे ICOTY (इंडियन कार ऑफ द ईयर) नामित किया गया था और तीन बार यह उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र पैसेंजर कार बनी है।

मारूति सुजुकी ने भारत में अब तक इस कार की करीब 2.2 मिलियन यूनिट से अधिक की बिक्री की है और नई जेनरेशन का डेब्यू ऑटो एक्सपो 2018 में हुआ था। तीसरे-जेनरेशन की स्विफ्ट में स्वेप्टबैक एलईडी हेडलैंप, स्पोर्टी फ्रंट ग्रिल और एक अच्छी दिखने वाली केबिन के साथ यंग डिजाइन है।

maruti swift

ड्राइवर को स्पेशल फील दिलाने के लिए कंमनी Swift के साथ i-create बेस्ड वैयक्तिकरण ऑप्शन की भी पेशकश करती है। कंपनी का दावा है भारत में स्विफ्ट ने 30 प्रतिशत बाजार में हिस्सेदारी दर्ज की है और यह अपने स्थान पर टॉप सेलिंग मॉडल में से एक रही है। इसके विपरीत पांचवे जेनरेशन की स्विफ्ट HEARTECT प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है और इसे Lxi, Vxi, Vxi AMT, ZXi, ZXi AMT, ZXi Plus और ZXi Plus AMT ट्रिम्स में है। कंपनी ने पिछले साल ही इस कार को बीएस6 में अपग्रेड कर दिया था और वर्तमान में ये 1.2-लीटर के के-सीरीज़ चार-सिलेंडर वीवीटी पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित है जो 82 बीएचपी और 113 एनएम का डेवलप करता है।

पावरट्रेन को पांच-स्पीड मैनुअल और पांच-स्पीड एएमटी ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है। कंपनी का दावा है कि कार की  माइलेज 21.21 किमी प्रति लीटर है। स्विफ्ट ने जापान इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन प्रमोशन से 2017 में गुड डिज़ाइन अवार्ड जीतकर वैश्विक पहचान भी हासिल की। साल 2018 में यह विश्व की तीन फाइनलिस्ट सिटी कारों में से एक थी।