मारुति सुजुकी भारतीय बाजार में लाएगी नई माइक्रो एसयूवी, टाटा पंच की बढ़ेंगी मुश्किलें

maruti spresso concept

Representational

मारुति सुजुकी भारतीय बाजार में टाटा पंच और हुंडई एक्सटर के मुकाबले एक नई माइक्रो एसयूवी लॉन्च करने की योजना बना रही है

बेहद प्रतिस्पर्धी भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए मारुति सुजुकी एक नई माइक्रो एसयूवी पेश करने की योजना बना रही है, जो ब्रांड की रेंज में ब्रेज़ा और फ्रोंक्स से नीचे होगी। अपेक्षाकृत कम कीमत के साथ ये नई माइक्रो एसयूवी टाटा पंच और हुंडई एक्सटर जैसे लोकप्रिय मॉडलों को टक्कर देगी।

मारुति सुजुकी की आगामी माइक्रो एसयूवी का कोडनेम Y43 है और ये 2026 के अंत में लॉन्च हो सकती है। इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों का अनुमान है कि इसमें एक मजबूत रुख और लंबी ऊंचाई होगी, ताकि इसे एक उचित एसयूवी जैसा अनुभव दिया जा सके और इसे व्यापक कस्टमर बेस के लिए आकर्षक बनाया जा सके।

पावरट्रेन में मारुति सुजुकी की हाल ही में विकसित जेड-सीरीज़, 3-सिलेंडर, पेट्रोल इंजन शामिल होने की उम्मीद है, जो पहली बार नई पीढ़ी की स्विफ्ट हैचबैक में देखा जाएगा। बीएस6 एमीशन स्टैंडर्ड और सीएएफई फेज-2 मानदंडों के अनुरूप ये इंजन, ज्यादा माइलेज और परफॉरमेंस का दावा करता है। हमें उम्मीद है कि इसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ट्रांसमिशन विकल्प उपलब्ध होंगे।

कॉम्पैक्ट एसयूवी बाजार 1मिलियन का आंकड़ा पार कर चुका है और यह मारुति सुजुकी के लिए एक प्रमुख फोकस है। Y43 माइक्रो एसयूवी लॉन्च होने के बाद सेगमेंट में जिम्नी, ब्रेज़ा और फ्रोंक्स के साथ शामिल हो जाएगा, जिनकी कीमत ब्रांड की रेंज में उनमें से प्रत्येक से कम होगी। यह उन लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प होगा, जो मारुति की विश्वसनीयता और बिक्री के बाद समर्थन के साथ एक किफायती एसयूवी चाहते हैं।

इसके साथ ही कार निर्माता आने वाले महीनों में नई पीढ़ी की स्विफ्ट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। हैचबैक में एक महत्वपूर्ण डिज़ाइन अपडेट, एडवांस इंटीरियर और जेड-सीरीज़ इंजन की शुरूआत होगी। हालांकि इंडिया-स्पेक संस्करण अपने जापान समकक्ष से भिन्न हो सकता है, जिसमें संभावित रूप से ADAS तकनीक और सीवीटी गियरबॉक्स जैसे एडवांस फीचर्स का अभाव है।

ये कदम मारुति सुजुकी की विज़न 3.0 योजना के हिस्से के रूप में आता है, जिसका लक्ष्य उत्पादन क्षमता को दोगुना कर चार मिलियन यूनिट करना है। भारत से तीन गुना निर्यात करना और दशक के अंत तक अपने मॉडल पोर्टफोलियो को 17 से 28 तक विस्तारित करना है। इस योजना में अगले तीन से चार वर्षों में आठ नए मॉडल पेश करना शामिल है, जो ईवी, हाइब्रिड, पेट्रोल, सीएनजी, फ्लेक्स-फ्यूल और इथेनॉल से चलने वाली कारों सहित विभिन्न पावरट्रेन से लैस हैं।