अप्रैल 2020 में जीरो यूनिट की बिक्री दर्ज करने के बाद देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Ltd) ने मई महीने में 18,539 यूनिट की कुल बिक्री दर्ज की है
अप्रैल 2020 में देश का पूरा ऑटोमोबाइल उद्योग पूरी तरह ठप रहा, क्योंकि बंद के कारण अप्रैल में न तो डीलरशिप खुले और न ही वाहनों का प्रोडक्शन हो सका। इसी वजह से देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Ltd) सहित सभी कंपनियों ने अप्रैल में जीरो यूनिट की बिक्री दर्ज की।
हालांकि मई महीने में बंद में मिली छूट का लाभ उठाते हुए मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने घरेलू बाजार में 13,865 यूनिट की बिक्री की, जबकि 23 यूनिट टोयोटा को glanza के रूप में दी गयी। रिपोर्ट के मुताबिक मई में कंपनी की डीलरशिप पर बिक्री 50 प्रतिशत से भी कम रही और कुल मिलाकर 18,539 यूनिट की बिक्री हुई, जिसमें 13,865 यूनिट घरेलू बाजार में बेची गई, जबकि बाकी यूनिट को भारत से निर्यात किया गया।
कंपनी ने भारत सरकार द्वारा जारी नई संचालन प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों का पालन करते हुए 12 मई को अपना व्यवसाय फिर से शुरू कर दिया है, जबकि मारूति सुजुकी के मानेसर प्लांट में प्रोडक्शन 18 मई को शुरू हुआ और सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (Suzuki Motor Corporation) ने गुजरात प्लांट में 25 मई से प्रोडक्शन फिर से शुरू किया।
कंपनी ने मुंद्रा और मुंबई पोर्ट की शुरूआत के बाद फिर से कारों को भारत से निर्यात करना शुरू कर दिया है। देखा जाए तो कंपनी ने पिछले महीने, साल 2019 की तुलना में घरेलू बाजार में भारी गिरावट देखी है। पिछले साल इसी महीने में कंपनी ने घरेलू बाजार में कुल 1,25,552 यूनिट की बिक्री दर्ज की थी, जो कि मई 2020 की तुलना में करीब 10 गुना ज्यादा है। इसी तरह साल 2018 में कंपनी ने मई महीने में 1,63,000 यूनिट बेची थी।
हालांकि अब जबसे मारुति सुजुकी ने अपना परिचालन फिर से शुरू किया है, तब से अब तक लगभग 6,000 बुकिंग प्राप्त कर ली है, जिससे स्पष्ट है कि फिलहाल अभी ग्राहक कार खरीदने में कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हालांकि कंपनी ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में कार की बिक्री में इजाफा होगा क्योकि लोग सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने से बच रहे हैं ।इसलिए कंपनी अब ऑनलाइन कार खरीददारी को बढ़ावा दे रही है, ताकि शोसल डिस्टेस्टिंग भी मेंटेन रहे।