मारुति सुजुकी और टोयोटा भारत के लिए विकसित करेंगे सेल्फ-चार्जिंग हाइब्रिड वाहन

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अपर्याप्त चार्जिंग सुविधाएं इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए एक बड़ी बाधा रही हैं और बुनियादी ढांचे में सुधार होने तक मारुति हाइब्रिड कारों के लिए जा रही है

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन के सहयोग से हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों (HEV) को पेश करने की तैयार कर रही है, जिसके संकेत हाल ही में कंपनी ने आधिकारिक तौर पर दिए हैं। बताया जा रहा है कि यह नई कारें ड्राइविंग के दौरान सड़क के किनारे तैयार किए गए बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर से बिजली की आपूर्ति पाने में सक्षम होंगी।

दरअसल हाल ही में मारुति सुजुकी के कार्यकारी निदेशक (कॉरपोरेट प्लानिंग एंड गवर्नमेंट अफेयर्स) राहुल भारती ने कहा कि टोयोटा और सुजुकी अपने जाइंट वेंचर के तहत कुछ इलेक्ट्रिक वाहन तैयार कर रहे हैं और अगले महीने टोयोटा के साथ इन प्रोटोटाइप का टेस्टिंग किया जाएगा। हम ज्यादा से ज्यादा यूजर्स से मिलने वाली प्रतिक्रिया प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं ताकि उनके इस्तेमाल के आधार पर तैयार पैटर्न पर भविष्य़ में कार्य किया जा सके।

राहुल ने आगे कहा कि जब तक भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बढ़ता है, तब तक आपको सेल्फ-चार्जिंग मशीनों की आवश्यकता होगी। इसलिए कंपनी हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पेश करेगी। यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि सेल्फ-चार्जिंग कारों में एक इंटरनल कम्ब्यूशन इंजन (ICE) व्हील रोटेशन के अलावा बैटरी को ऊर्जा प्रदान करता है, जो कि पावर का एक बड़ा अतिरिक्त साधन है।

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चूंकि यह कारें बैटरी से चलती हैं, इसलिए ऐसे वाहन प्योर ICE कार (पेट्रोल-डीजल) की तुलना में ज्यादा माइलेज देने में सक्षम होते हैं। कंपनी का मानना है कि अगले 10-15 वर्षों में यह तकनीक काफी मजबूती से उभरेगी और ये एक्सटरनल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर निर्भरता के बिना आगे बढ़ सकता है, जो कि कम प्रदूषण भी उत्पन्न करता है। जो लोग नहीं जानते हैं, उनके लिए बता दे कि सुजुकी ने यूरोप में स्वेस हाइब्रिड लॉन्च किया है।

यूरोप में सुजुकी की स्वेस हाइब्रिड मूलरूप से टोयोटा कोरोला एस्टेट पर आधारित है और इसमें 3.6 kW की क्षमता वाले बैटरी और 1.8 लीटर पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया गया है, जो कि 27 किमी प्रति लीटर का माइलेज देता है। दूसरी ओर मारुति सुजुकी वर्तमान में देश भर में 50 संशोधित बैटरी चालित वैगन आर कारों का परीक्षण कर रही है।

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वास्तव में इंडो-जापानी ब्रांड वित्तीय वर्ष 2025 में प्योर ईवी सेगमेंट में प्रवेश करने की योजना बना रही है, जिसे सबसे पहले भारत में लॉन्च किया जाएगा और इसके बाद इसे यूरोप और जापान के बाजारों में पेश किया जाएगा। खबरों के मुताबिक नई सुजुकी ईवी की कीमत करीब 13,700 डॉलर यानि करीब 10 लाख रुपये हो सकती है।

मारुति सुजुकी वर्तमान में भारतीय सड़कों पर वैगनआर ईवी की टेस्टिंग कर रही है और इस इलेक्ट्रिक वाहन के 10-25 kWh लिथियम-आयन बैटरी पैक के साथ 72 वोल्ट इलेक्ट्रिक ड्राइव से लैस होने की संभावना है। इस कार में एक बार चार्ज होने पर लगभग 180 किमी की ड्राइविंग रेंज होने की संभावना है। इस इलेक्ट्रिक हैचबैक को फास्ट चार्जिंग विकल्प के साथ पेश किए जाने की संभावना है, जो कि बैटरी पैक को 1 घंटे से भी कम समय में 80 प्रतिशत तक चार्ज करने में सक्षम होगी।