
जनवरी 2023 में महिंद्रा ने घरेलू बाज़ार में कुल मिलाकर 32,915 यूनिट की बिक्री की है, जो जनवरी 2022 में बेचीं गई कुल 19,964 यूनिट के मुकाबले सालाना आधार पर 66 फीसदी की वृद्धि है
महिंद्रा अपनी नई एसयूवी के माध्यम से इन दिनों कार बाजार में अपनी सफलता का आनंद ले रही है और साल 2023 का पहला महीना इससे अलग नहीं रहा है। महिंद्रा के लिए जनवरी 2023 अच्छा महीना रहा है, क्योंकि कंपनी ने ज्यादातर सेगमेंट में पॉजिटिव ग्रोथ दर्ज की है, जबकि इसके मुकाबले दिसंबर 2022 में कुछ कम बिक्री रही थी। इस तरह कंपनी ने साल की शुरूआत बेहतर ढ़ंग से की है।
दरअसल इसका कारण यह भी है कि लोग अक्सर साल के अंत में एक नया वाहन खरीदने से बचते हैं। ऐसा इसलिए ताकि नए साल में मॉडल का रजिस्ट्रेशन हो सके। नया साल आने पर एलसीवी 2T को छोड़कर महिंद्रा ने सकारात्मक वृद्धि देखी है। महिंद्रा की पहचान एक एसयूवी निर्माता के रूप में है। इस लिहाज से महिंद्रा ने पिछले महीने जितना वॉल्यूम बढ़ाया है, उसमें यूटिलिटी व्हीकल्स का योगदान सबसे ज्यादा है।
जनवरी 2023 में महिंद्रा ने घरेलू बाज़ार में कुल मिलाकर 32,915 यूनिट की बिक्री की है, जो कि जनवरी 2022 में बेची गई कुल 19,964 यूनिट के मुकाबले सालाना आधार पर 66 प्रतिशत की वृद्धि है, जबकि 125 कारें विदेशी बाजारों में निर्यात की है। इस तरह महिंद्रा ने जनवरी 2023 में कुल 33,040 यूनिट की बिक्री की है, जो कि जनवरी 2022 में बेची गई 19,964 यूनिट के मुकाबले 65 प्रतिशत की वृद्धि है।

कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में कुल 2,90,764 यूनिट की बिक्री की है, जिसमें कार के साथ-साथ वैन वाहन भी शामिल हैं। वहीं वित्त वर्ष 2022 में यह संख्या 1,68,751 यूनिट की थी, जो 72 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी की बिक्री में स्कॉर्पियो एन, स्कॉर्पियो क्लासिक, थार, एक्सयूवी700, एक्सयूवी300 और बोलेरो लाइनअप ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
वहीं दूसरी ओर महिंद्रा की केयूवी100, eVerito और मराजो जैसी कारें उतना नहीं बिकती हैं। कंपनी ने अपने उत्पादन में भी 8 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि देखी है। इस बारे में महिंद्रा लिमिटेड के ऑटोमोटिव डिवीजन के अध्यक्ष विजय नाकरा ने खुशी जाहिर की है और ग्राहकों की प्रतिक्रिया को सकारात्मक बताया है।

विजय नाकरा ने कहा कि थार आरडब्ल्यूडी की लॉन्च और एक्सयूवी400 को 2023 के पहले महीने में भारतीय खरीदारों से भारी प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने आगे खुलासा किया है कि यूटिलिटी वाहनों में 66 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है और कंपनी ने 37 प्रतिशत की समग्र वृद्धि देखी है। कंपनी गतिशील आपूर्ति श्रृंखला की स्थिति पर भी बड़ी ही सावधानी से गौर कर रही है।