LML जल्द करेगी भारतीय बाजार में वापसी, हार्ले-डेविडसन प्लांट में शुरू होगा उत्पादन

LML Scooter

प्रतिष्ठित दोपहिया वाहन निर्माता एलएमएल ने सिएरा इलेक्ट्रिक ऑटो के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है और इसके तहत भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का निर्माण किया जाएगा

पिछले कुछ सालों में कई प्रतिष्ठित दोपहिया ब्रांडों ने भारतीय बाजार में वापसी की है। पहले भारतीय बाजार में जावा ब्रांड की वापसी हुई और अब येज़्दी नए सिरे से अपना पदार्पण कर चुका है। इसी कड़ी में अब प्रसिद्ध दोपहिया वाहन निर्माता लोहिया मशीनरी लिमिटेड (LML) का भी नाम शामिल होने वाला है।

खबरों की मानें तो स्कूटरों के लिए प्रसिद्ध यह कंपनी भारत में अपनी वापसी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के साथ करेगी। दरअसल भारतीय दोपहिया बाजार का संभावित आकार यहाँ वर्तमान में जिस दर से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि भविष्य़ इलेक्ट्रिक वाहनों का ही होना वाला है।

अगर एलएमएल ईवी के रूप में अपनी वापसी करता है, तो यह कोई पहला ब्रांड नहीं होगा, क्योंकि इसके पहले बजाज ऑटो भी अपने प्रसिद्ध चेतक ब्रांड की वापसी एक ऑल-इलेक्ट्रिक स्कूटर के रूप में कर चुका है। इसके पहले एलएमएल ने पिछले साल सितंबर में ईवी ब्रांड के रूप में अपनी वापसी की योजना का खुलासा किया था और कहा था कि वह अपनी वापसी का आधार तैयार कर रही है।LML Scooter 2अब एलएमएल ने सबसे बड़े दोपहिया वाहन निर्माताओं में से एक सिएरा इलेक्ट्रिक ऑटो के साथ एक रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश करके अपनी योजनाओं की घोषणा की है। इस जोइंट वेंचर के तहत सिएरा हरियाणा में अपने फेसिलिटी में एलएमएल इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का निर्माण करेगी।

इस साझेदारी को लेकर एलएमएल के सीईओ योगेश भाटिया ने कहा है कि हमें यह महत्वपूर्ण सहयोग की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है। सिएरा हमारी पहली पसंद थी, क्योंकि कंपनी के पास अद्वितीय विशेषज्ञता और प्रतिष्ठा है। हम इस साझेदारी के साथ अपना मजबूत दृष्टिकोण रखते हैं और हम ऐसा ब्रांड बनाने की इच्छा रखते हैं, जो 100 फीसदी स्थानीय हो और विश्व स्तरीय हो।LML-Star-rear-angleयहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि सिएरा पहले इसी प्लांट में हॉर्ले-डेविडसन के लिए भी बाइक्स बनाती थी। एलएमएल 2025 के अंत तक 100 प्रतिशत ‘मेक इन इंडिया’ कंपनी बनने की दिशा में कार्य करेगी और यह साझेदारी कंपनी का पहला कदम है। बावल में सिएरा के निर्माण संयंत्र की क्षमता 18,000 यूनिट प्रति माह है। हालाँकि अभी तक कंपनी ने किसी उत्पाद विवरण या समयसीमा का खुलासा नहीं किया है, लेकिन भविष्य में जल्द ही इसकी जानकारी सामने आ सकती है।