किआ मोटर्स भारत में मिड साइज एसयूवी किआ सेल्टोस, किआ कॉर्निवाल एमपीवी और हाल ही में लॉन्च की गई कॉम्पैक्ट एसयूवी किआ सोनेट की बिक्री करती है
दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी किआ मोटर्स (Kia Motors) ने भारत में अपनी शुरूआत बेहद आक्रामक तरीके से पैसेंजर वाहन सेगमेंट में किया था और यह भारत में सबसले तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली कार बन गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2020 में, भारत में अपने संचालन के पहले वर्ष में करीब 100,000 से अधिक कारों का का उत्पादन किया और करीब 10,838 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है।
इस तरह देखा जाए तो किआ मोटर्स ने भारत में पिछले एक साल में सबस ज्यादा वृद्धि दर्ज की है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनी वित्त वर्ष 2021 में अगर 200,000 कारों के उत्पादन का लक्ष्य पूरा कर लेती है तो ईटीआईजी मूल्यांकन के अनुसार लगभग 2.4 बिलियन डॉलर (17,000 करोड़ रुपये) का कारोबार कर सकती है।
किआ ने भारत में अब तक 105,000 से भी ज्यादा यूनिट कारों की बिक्री की है और भारत में सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली कार निर्माताओं में पांचवें स्थान पर है। इसी के साथ कंपनी ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में 5 फीसदी की हिस्सेदारी भी प्राप्त की है।
दूसरी ओर लगभग एक दशक तक भारत में कारोबार करने के बाद भी जनरल मोटर्स, फोर्ड और फॉक्सवैगन जैसी कंपनियों की कुल बाजार हिस्सेदारी केवल 2-3% फीसदी है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कंपनियां अब भी भारतीय बाजार में संघर्ष कर रही हैं। किआ मोटर्स ने यह उपलब्ध अपने केवल तीन वाहनों के माद्धयम से प्राप्त की है और यूटिलिटी व्हीकल सेक्शन में इसका 13-15% मार्केट शेयर है।
भारत में किआ की कुल 3 कारें बिक्री के लिए उपलब्ध हैं, जिसमें किआ सोनेट (6.71 लाख रूपए), किआ सेल्टोस (9.89 लाख रूपए), अपने-अपने सेगमेंट की सबसे पॉपुलर गाड़ियां हैं। सोनेट कंपनी की सबसे सस्ती कार है। जबकि 33.95 लाख की प्राइस रेंज तक जाने वाली किआ कार्निवल एमपीवी कंपनी की सबसे महंगी कार है।
यह कंपनी इस वक्त भारत में टाटा मोटर्स और महिन्द्रा से कुछ ही को से पीछे है। भारत में किआ की बहन हुंडई मोटर्स भी अपना कारोंबार करती है, जो कि मारूति सुजुकी के बाद दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है। हुंडई की मार्केट में हिस्सेदारी जहां करीब 23 फीसदी तक है, वहीं मारूति सुजुकी 49% के साथ मार्केट पर अपना शासन कर रही है।