हुंडई ने हाल ही में भारत में सैंट्रो के उत्पादन को बंद कर दिया है, लेकिन निर्माता जल्द ही एक नई सबकॉम्पैक्ट एसयूवी पेश करेगी
दक्षिण कोरियाई कार दिग्गज हुंडई ने हाल ही में भारत में सैंट्रो हैचबैक को बंद कर दिया है। ऑटोमोबाइल की बढ़ती कीमतों के कारण, प्रवेश स्तर की कारें आश्चर्यजनक रूप से महंगी हो गई हैं, जिससे कई संभावित खरीदार दूर हो गए हैं। यह भारत में हुंडई सैंट्रो की अपेक्षाकृत कम बिक्री के सबसे बड़े कारणों में से एक है, जिसके कारण इसको बंद करना पड़ा है। इसके साथ कंपनी ने एक्सेंट प्राइम, औरा और आई10 निओस डीजल जैसे अन्य कम-वॉल्यूम मॉडलों के वैरिएंट को भी बंद किया है।
वास्तव में देखा जाए तो हाल के वर्षों में छोटी कारों (हैचबैक और सेडान) की बिक्री में सामान्य रूप से उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। दूसरी ओर एसयूवी और एमपीवी की बिक्री में लगातार वृद्धि हो रही है। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि हुंडई एंट्री-लेवल सेगमेंट में अपने लाइनअप में एक नई एसयूवी जोड़ने की योजना बना रही है। कंपनी ने इसका कोडनाम Ai3 रखा है।
वास्तविकता देखी जाए तो यह आगामी एंट्री-लेवल एसयूवी सैंट्रो की जगह नहीं लेगी। इसके बजाय यह हैचबैक के समान कीमत में ग्रैंड आई10 Nios के विकल्प के रूप में काम करेगा। हालाँकि इस आगामी क्रॉसओवर के बारे में विवरण फिलहाल गुप्त रखा गया है, लेकिन इसे लेकर काफी अटकलें चल रही हैं।
अटकलों के अनुसार हुंडई मिनी-एसयूवी को निओस के समान पावरट्रेन विकल्प मिलेंगे, जिसमें 1.2-लीटर एनए पेट्रोल, 1.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल यूनिट और 1.2-लीटर बी-फ्यूल (पेट्रोल और सीएनजी) यूनिट शामिल होगा। गौरतलब है कि हुंडई ने भारत में अपनी छोटी क्षमता वाला 1.2-लीटर, डीजल इंजन को बंद कर दिया है।
हुंडई इस एंट्री-लेवल SUV का इलेक्ट्रिक वर्जन भी बाद में पेश करेगी। डिजाइन के लिए, हम उम्मीद करते हैं कि यह नया मॉडल अपने बड़े भाई-बहनों वेन्यू और क्रेटा से प्रेरणा लेगा और इसे बहुत सारे फीचर्स और उपकरण मिलेंगे, जिसमें एक बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, इलेक्ट्रिक सनरूफ, क्लाइमेट कंट्रोल आदि शामिल होगा।आगामी हुंडई क्रॉसओवर के 2023 में भारतीय बाजार में आने की उम्मीद है। यह टाटा पंच के प्रत्यक्ष प्रतिद्वंद्वी के रूप में हुंडई इंडिया के लाइनअप में वेन्यू एसयूवी के नीचे स्थित होगी (जिसे जल्द ही ईवी संस्करण भी मिलने की उम्मीद है)। साथ ही किआ अपने एंट्री-लेवल क्रॉसओवर के लिए उसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेगी, जो आईसीई और ईवी अवतार में भी लॉन्च होगा।