हुंडई ने भारत में 2028 तक 6 नई इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की योजना बनाई है, जिसमें कम बजट से लेकर प्रीमियम सेगमेंट तक की इलेक्ट्रिक कारें शामिल होगी
इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते बाजार, डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतें, केन्द्र व राज्य सरकार की आकर्षक सब्सिडी ने निस्संदेह केवल वाहन निर्माताओं को ही नहीं, बल्कि खरीददारों को भी आकर्षित किया है। इस बाजार को टाटा मोटर्स भुनाने में कामयाब रही है और अभी इस छोटे सेगमेंट में इसकी हिस्सेदारी 70 प्रतिशत तक है। इसके अलावा एमजी मोटर इंडिया ने भी कुछ हिस्सेदारी भारत में प्राप्त की है।
हालांकि हुंडई ने भी 2019 में भारत में कोना इलेक्ट्रिक के साथ प्रवेश किया था। हालाँकि ज्यादा कीमत के कारण इस कंपनी को वह सफलता नहीं मिली, जिसके इसे उम्मीद थी। हालाँकि दो साल पहले यह सेगमेंट इतना लोकप्रिय नहीं था, लेकिन वर्तमान में लगातार बढ़ रहे इस बाजार ने हुंडई को अपनी इलेक्ट्रिक कारों के लिए अलर्ट कर दिया है।
हुंडई ने भारत में साल 2028 तक 6 नए इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च करने की आक्रामक योजनाओं की घोषणा की है। कार निर्माता का कहना है कि वह 2028 तक अपने ईवी लाइन-अप को एकमात्र कोना इलेक्ट्रिक से बढ़ाकर 6 वाहनों तक करेगी और इसके लिए लगभग 4,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी, जिसमें विभिन्न सेगमेंट के विभिन्न बॉडी टाइप के वाहन होंगे।
हालांकि कंपनी ने भारत में इन वाहनों के नाम का अभी तक खुलासा नहीं किया है, लेकिन पिछली रिपोर्ट की मानें तो भारत में इस रणीनीति के तहत हुंडई का पहला उत्पाद आयोनिक 5 होगा, जो अगले साल के मध्य तक सीबीयू यूनिट के रूप में लाया जाएगा। इसके बाद देश में कोना इलेक्ट्रिक फेसलिफ्ट को पेश किया जाएगा, जबकि बाद के चरणों में देश में अन्य इलेक्ट्रिक कारों को पेश किया जाएगा।
कंपनी ने कहा है कि भारत में 3 आईसी कारों पर आधारित बैटरी संचालित इलेक्ट्रिक कारें होंगी। हुंडई सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी और खरीददारों की प्रतिक्रिया को देखते हुए अपनी योजना बना रही है। खबर यह भी है कि कंपनी भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी में सुधार करने के लिए बॉडी स्टाइल और मूल्य बिंदुओं की एक विस्तृत सीरीज के साथ दोगुना करने की योजना बना रही है।