
हुंडई वित्त वर्ष 2025 से लेकर वित्त वर्ष 2030 के बीच कुल 26 नए मॉडल लॉन्च करने की तैयारी में है
हुंडई मोटर इंडिया ने अपने इन्वेस्टर डे (निवेशक दिवस) पर भारत में विकास के अगले चरण के लिए एक विस्तृत रोडमैप पेश किया है। इस योजना का मक़सद 2030 तक अपने घरेलू पोर्टफोलियो को मज़बूत करना और ग्राहकों के लिए ज़्यादा विकल्प उपलब्ध कराना है। कंपनी ने अपनी नई उत्पाद और पावरट्रेन रणनीति के ज़रिए यह स्पष्ट किया है कि आने वाले वर्षों में वह हाइब्रिड, इलेक्ट्रिक और अपडेटेड पेट्रोल/डीज़ल (ICE) वाहनों को पेश करेगी।
यह सब अगले पाँच से छह वर्षों में चरणबद्ध तरीके से लॉन्च किया जाएगा, ताकि हुंडई भारत में अपनी पकड़ और भी मज़बूत बना सके। इस घोषणा का सबसे बड़ा फोकस हाइब्रिड वाहनों पर ज़ोरदार विस्तार है। हुंडई ने पुष्टि की है कि वह वित्त वर्ष 2030 तक भारत में 8 नए हाइब्रिड मॉडल लॉन्च करेगी।
यह कंपनी के लिए एक बड़ा कदम है, क्योंकि कंपनी हाइब्रिड तकनीक को पारंपरिक इंजन और पूरी तरह इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बीच में देख रही है। इसका मतलब है कि कंपनी धीरे-धीरे ग्राहकों को इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर ले जाएगी, लेकिन बीच के चरण में उन्हें बेहतर माइलेज और परफॉर्मेंस वाले हाइब्रिड विकल्प भी देगी। `वेन्यू, क्रेटा और टक्सन जैसे मॉडल इस हाइब्रिड लाइनअप के लिए सबसे संभावित उम्मीदवार माने जा रहे हैं, क्योंकि ये पहले से ही कंपनी के सबसे लोकप्रिय SUV मॉडल हैं।

वित्त वर्ष 2025 में हुंडई की भारतीय कार बिक्री में ज़्यादातर कारें पेट्रोल और डीजल इंजन वाली हैं और दोनों मिलकर लगभग 76 फीसदी की हस्सेदारी रखती हैं। वहीं, CNG वेरिएंट का योगदान करीब 19 फीसदी है और पर्यावरण-अनुकूल (ग्रीन) यानी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों का हिस्सा सिर्फ 5 फीसदी है।
लेकिन वित्त वर्ष 2030 तक तस्वीर पूरी तरह बदलने की उम्मीद है। उस समय तक पर्यावरण-अनुकूल पावरट्रेन की हिस्सेदारी 47 फीसदी तक पहुँच सकती है, जो पेट्रोल और डीजल गाड़ियों की संयुक्त हिस्सेदारी के लगभग बराबर होगी। वहीं, CNG वेरिएंट्स का हिस्सा लगभग 6 फीसदी पर रहने की संभावना है। हुंडई की योजना वित्त वर्ष 2030 तक भारत में 32 मॉडल बेचने की है, जिनमें 13 आईसी-इंजन वाले वाहन, 8 हाइब्रिड, 5 इलेक्ट्रिक वाहन और 6 सीएनजी विकल्प शामिल हैं।

हुंडई की नई उत्पाद योजना में कुल 26 लॉन्च शामिल हैं, जो अलग-अलग वित्तीय वर्षों में किए जाएंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि इसका सबसे बड़ा हिस्सा वित्त वर्ष 2029 और 2030 के बीच आएगा, जब हुंडई 14 नए या अपडेटेड मॉडल पेश करने वाली है। भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी 7 बिल्कुल नए नेमप्लेट, 6 पूरी तरह नए मॉडल अपडेट, 6 मौजूदा मॉडल का नया वेरिएंट और 7 फेसलिफ्ट या छोटे अपडेट पेश करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। विशेष रूप से, वित्त वर्ष 26 में चार लॉन्च होंगे जिनमें एक नया मॉडल परिवर्तन, एक मौजूदा मॉडल का नया वेरिएंट और दो फेसलिफ्ट शामिल हैं।
वित्त वर्ष 27 से 28 की अवधि में 8 लॉन्च होने की उम्मीद है, जिनमें दो नए नेमप्लेट, तीन नए मॉडल, दो मौजूदा मॉडल का नया वेरिएंट और एक फेसलिफ्ट शामिल हैं। सबसे महत्वपूर्ण प्रगति वित्त वर्ष 29 से 30 के दौरान होगी, जिसमें 14 लॉन्च होंगे, जिनमें पाँच नए नेमप्लेट, दो नए मॉडल, तीन मॉडल का नया वेरिएंट और चार फेसलिफ्ट शामिल हैं।