8-सीटर एसयूवी हुंडई पैलिसेड (Hyundai palisade) आने वाले दिनों में भारत में लॉन्च हो सकती है। अगर यह एसयूवी भारत में लॉन्च होती है तो ये ब्रांड का प्रमुख मॉडल होगा
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) कथित तौर पर भारत में अपनी नई एसयूवी हुंडई पैलिसेड (Hyundai Palisade) को लॉन्च करने पर विचार कर रही है। पैलिसेड (Palisade) इस दक्षिण कोरियाई कार निर्माता के लिए एक प्रमुख ब्रांड है और इसे साल 2018 में दिखाया गया था। विकसित बाजारों में ये मॉडल काफी सफल रहा है और भारत में बढ़ते क्रॉसओवर व एसयूवी के मार्केट को देखते हुए कंपनी इसका लाभ उठाने का प्रयास अवश्य कर सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक हुंडई (Hyundai) नियमों में छूट का लाभ उठाते हुए पैलिसेड (Palisade) को भारत में पेश कर सकती है क्योंकि ग्लोबल लेवल पर बेचे जा रहे इस स्पेशल मॉडल की केवल 2,500 यूनिट ही यहां पेश की जा सकती हैं। लिहाजा हुंडई (Hyundai) घरेलू ग्राहकों के लिए पैलिसेड के लॉन्च की व्यवहारिकता का आकलन कर रही है।
इस बात की पुष्टि करते हुए हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने कहा है कि पैलिसेड पर निर्णय किया जाना कंपनी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और आयात शुल्क को ध्यान में रखा जा रहा है। अगर इस कार के लोकलाइजेशन का भी निर्णय लिया जाता है तो कई अन्य कारक ऐसे होंगे, जिन पर कार्य किया जाना ज़रूरी होगा।
कंपनी ने कहा है कि अगर ग्राहक इस एसयूवी को अच्छा फीडबैक देते हैं तो निर्णय लेने में और ज्यादा आसानी होगी। फिलहाल कंपनी ने आठ-सीटर पैलिसेड के बाएं हाथ वाले ड्राइव मॉडल को प्रोडक्शन लाइन से बाहर कर दिया गया है, लेकिन राइट-हैंड-ड्राइव एडिशन को तैयार करने की रिपोर्ट लंबे समय से मौजूद है। हुंडई शुरू में CBU (कंप्लीटली बिल्ट अप) चैनल के माध्यम से पैलिसेड को लॉन्च कर सकती है और अगर मांग बढ़ती है, तो वह इसे लोकलाइज भी कर सकती है।
कंपनी ने ये भी कहा है कि ब्रांड के पास टेबल पर बहुत सारे ऑप्शन हैं, लेकिन अभी तक इन पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। पैलिसेड (Palisade) अगर भारत में लॉन्च होगी तो निस्संदेह टक्सन (Hyundai Tucson) के उपर होगी और अगले साल तक बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में इस कार को 3.8-लीटर V6 पेट्रोल मिल के साथ संचालित किया जाता है जो 295hp और 355nm का पीक टॉर्क जेनरेट करती है। इसके विपरीत कोरियाई मॉडल 2.2-लीटर वाले डीजल इंजन का इस्तेमाल भारत के लिए किया जा सकता है। ये यूनिट 202 हॉर्सपावर का प्रोडक्शन करती है। ट्रांसमिशन में आठ-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स और फोर-व्हील-ड्राइव सिस्टम भी दिया जा सकता है।