भारत में Hyundai Group का 1.5 लीटर बना सबसे लोकप्रिय इंजन

2020 hyundai creta 1

हुंडई वेन्यू, किआ सेल्टोस, किआ सोनेट, हुंडई वेर्ना, हुंडई वेन्यू और हुंडई एलांट्रा में 1.5-लीटर चार-सिलेंडर डीजल इंजन ड्यूटी पर है

हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (Hyundai Motor India) ने भारत में मार्च 2020 में दूसरी पीढ़ी की हुंडई क्रेटा को लॉन्च किया है और इसे ग्राहकों के बीच अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है। इस दक्षिण कोरियाई ऑटो प्रमुख ने कहा है कि क्रेटा को 1.5-लीटर पेट्रोल, 1.5-लीटर डीजल और 1.4-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया गया है, लेकिन लोग ऑयल-बर्नर को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं।

हुंडई ने कहा है कि अब तक क्रेटा को भी बुकिंग प्राप्त हुई है उसमें कुल 60 फीसदी से अधिक का हिस्सा 1.5-लीटर डीजल वाले मॉडल के लिए है। आपको बता दें कि कंपनी ने ऐसे वक्त में क्रेटा के साथ डीजल इंजन को पेश किया जब आमतौर पर सभी निर्माता पेट्रोल कारों की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में स्पष्ट है डीजल इंजन को जारी रखने का फायदा हुंडई को स्पष्ट तौर पर मिला है।

कंपनी ने 1.5-लीटर डीजल यूनिट को सेडान वेर्ना, वेन्यू और एलांट्रा में भी पेश किया है, जहां वेन्यू कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में अपना दबदबा बनाए हुए है। क्रेटा की तरह इस एसयूवी को भी तीन पॉवरट्रेन की सीरीज के साथ पेश किया गया है, जो कि ज्यादा ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में मदद की है।

Hyundai Venue Sport-7

भारत में वेन्यू की मुख्य प्रतिद्वंद्वी मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा को केवल पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया गया है। इस लिहाज से भी ऑयल बर्नर मोटर हुंडई इंडिया के लिए कई पहलुओं पर फायदेमंद बनकर उभरा है। इसके अलावा किआ मोटर्स इंडिया ने भी अगस्त 2020 में सेल्टोस को लॉन्च किया था, जो कि क्रेटा के बाद दूसरी सबसे ज्यादा बितने वाली एसयूवी बन गई है।

बता दें कि क्रेटा के साथ किआ सेल्टोस ने भी 1.5-लीटर यूनिट को साझा किया है, जिसके कारण इसकी मांग बनी हुई है। यह यूनिट क्रेटा और सेल्टोस 115 पीएस की पावर और 250 एनएम का टॉर्क विकसित करती है, जबकि  वेन्यू और सोनेट में दोनों मैनुअल ट्रिम में 100 पीएस की पावर और 240 एनएम का टॉर्क जेनरेट करती है।

Kia Sonet 1

सोनेट को जल्द ही सेगमेंट-फर्स्ट डीजल ऑटोमैटिक वैरिएंट के साथ लॉन्च किया जाएगा, जो कि 115 पीएस की पावर और 250 एनएम का टॉर्क सेल्टोस की तरह जेनरेट करेगी। 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक यूनिट को सोनेट के जीटी लाइन वेरिएंट में बेचा जाएगा और यह अपने प्रतिद्वंद्वियों को कॉम्पैक्ट एसयूवी का एक बड़ा फायदा देगा।