हुंडई और किआ भारत में इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरूआत में क्रेटा व सेल्टोस के सीएनजी वर्जन को लॉन्च कर सकती हैं
हुंडई की क्रेटा और किआ सेल्टोस मौजूदा दौर में भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली मिड-साइज एसयूवी है। खबरों की मानें तो अब ये दोनों ही कंपनियां भारत में अपने सीएनजी पोर्टफोलियो को विस्तार देने की योजना बना रही हैं। फिलहाल सीएनजी कारों के क्षेत्र में अब तक मारूति सुजुकी का दबदबा है, जबकि इस साल की शुरूआत में टाटा मोटर्स ने भी टियागो और टिगोर के सीएनजी वर्जन के साथ इस स्पेस में प्रवेश किया था।
बाजार में सीएनजी कारों के विस्तार के साथ ये कोरियाई ब्रांड भी इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। हालाँकि इन कंपनियों की ओर से अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इसके पहले किआ सोनेट सीएनजी, किआ कैरेंस सीएनजी, हुंडई वेन्यू सीएनजी और हुंडई अलकाजार सीएनजी के टेस्टिंग प्रोपोटाइप को देखा गया है। इस तरह यह संभावना है कि सेल्टोस और क्रेटा का सीएनजी-संचालित वेरिएंट भी विकास के अधीन है।
हालाँकि अभी तक क्रेटा और सेल्टोस के किसी भी सीएनजी-संचालित प्रोटोटाइप को नहीं देखा गया है। लिहाजा अगर ऐसा होता है तो सीएनजी बैजिंग के अलावा कोई बहुत ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिलेगा। क्रेटा और सेल्टोस के आगामी सीएनजी वेरिएंट को 1.4-लीटर, जीडीआई टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया जा सकता है, जो कि विशेष रूप से 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ जुड़ा होगा।
सीएनजी वर्जन के साथ पावर और टॉर्क रेसियो में थोड़ी कमी होगी। अन्य सीएनजी मॉडल की तरह हुंडई और किआ द्वारा ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ क्रेटा और सेल्टोस के सीएनजी वेरिएंट की पेशकश करने की संभावना नहीं है। इन्हें केवल मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश किया जाएगा। इन सीएनजी कारों को इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरूआत में लॉन्च किया जा सकता है, जिसमें क्रेटा अपने फेसलिफ्ट वर्जन में आएगी।
इस तरह लॉन्च होने पर क्रेटा और सेल्टोस अपने सेगमेंट में फैक्ट्री-फिटेड सीएनजी किट के साथ पेश होने वाली एकमात्र एसयूवी होंगी। सीएनजी वेरिएंट दोनों कोरियाई एसयूवी के मिड और टॉप-स्पेक ट्रिम में आने की उम्मीद है। वहीं ऐसी भी अटकलें हैं कि स्कोडा भारत में स्लाविया और कुशाक के भी सीएनजी वर्जन को लॉन्च करने की योजना बना रही हैं।