हुंडई और किआ भारत में 2024 तक लॉन्च करेंगे 6 नए इलेक्ट्रिक वाहन

Kia Electric EV6-3

दक्षिण कोरियाई निर्माता हुंडई और उसकी सहयोगी ब्रांड किआ इंडिया भारत में 2024 तक अपने 3-3 इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की योजना बना रही हैं

भारत में बिक्री के लिहाज से हुंडई जहाँ दूसरे स्थान पर है, वहीं किआ इंडिया पांचवे स्थान पर है। वास्तव में ये दोनों दक्षिण कोरियाई कार निर्माता कंपनियां भारत में एसयूवी सेगमेंट में अपनी सफलता का आनंद ले रही हैं। हालांकि भविष्य में बन रही संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए ये दोनों ही कंपनियां देश में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सेगमेंट में आक्रामक रूप से प्रवेश करने की योजना बना रही हैं। खबरों की मानें तो हुंडई और किआ 2024 तक स्थानीय बाजार में 6 नए इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेंगी।

वास्तव में हुंडई अपने आयोनिक रेंज के विस्तार की योजना बना रही है, वहीं किआ अपने ईवी फैमिली को आगे बढ़ाना चाहती है। दोनों कंपनियां भारत के लिए जिन दों कारों पर विचार कर रही हैं, उनमें हुंडई की आयोनिक5 है और किआ की ईवी6 हैं। ये दोनों ही मॉडल हुंडई ग्रूप के ई-जीएमपी स्केटबोर्ड पर आधारित हैं, जो कि केवल इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए डिज़ाइन किया गया मॉड्यूलर आर्किटेक्चर है। भारत में इन कारों को आयातित यूनिट के रूप में लाया जाएगा।

हालांकि आयोनिक5 और किआ ईवी6 के डिजाइन में कुछ अंतर देखने को मिलेंगे, जबकि आयोनिक5 की लंबाई 4,635 मिमी है, जो कि किआ ईवी6 की तुलना में थोड़ी ज्यादा है। दोनों ही कारों के एंट्री लेवल 2WD वेरिएंट में 58kWh की बैटरी का इस्तेमाल किया गया है, जो कि 170 एचपी की पावर और 350 न्यूटन मीटर का टॉर्क विकसित करता है और ये 8.5 सेकेंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम हैं।Kia Electric EV6दूसरी ओर आयोनिक5 का AWD वेरिएंट 301 बीएचपी की पावर और किआ ईवी6 का यही वेरिएंट 321 बीएचपी की पावर उत्पन्न करता है। हालांकि दोनों कारें समान रूप से 605 न्यूटन मीटर का टॉर्क उत्पन्न करती हैं और 5.2 सेकेंड में 0-100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती हैं। दोनों ही मॉडल के लोअर बैटरी वेरिएंट के साथ एक बार चार्ज होने पर 400 किमी की रेंज और बड़ी बैटरी के साथ आयोनिक में 481 किमी और ईवी6 में 510 किमी की रेंज का दावा किया गया है।

ई-जीएमपी प्लेटफॉर्म पर होने के कारण दोनों ही मॉडल 800V की फास्ट चार्जिंग क्षमता प्रदान करते हैं और 350kW रैपिड-चार्जर से इन्हें 18 मिनट में 80 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है। आयोनिक5 के कुछ वेरिएंट रूफ पर सोलर पैनल के साथ आते हैं, जो कि जरूरत पड़ने पर बैटरी को फिर से चार्ज भी करते हैं। ये दोनों मॉडल मल्टीपल ऑगमेंटेड रिएलिटी फंक्शन्स और नेक्स्ट-लेवल ड्राइवर असिस्टेंस टेक के साथ आएंगे, जो कि फ्रंट-व्यू कैमरा, रडार सेंसर्स और जीपीएस डेटा का इस्तेमाल करते हैं।hyundai ioniq5-2इसके अलावा हुंडई की भारत में पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी कोना के फेसलिफ्ट वर्जन के इस साल के अंत तक लॉन्च होने की उम्मीद है। इसे भारत में पहले की तरह आयातित किट के रूप में लाया जाएगा और स्थानीय रूप से असेंबल किया जाएगा, जबकि कोना ईवी की ट्विन ई-नीरो भी भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी, जिसे स्थानीय रूप से असेंबल किया जाएगा।

बता दें कि कोना इलेक्ट्रिक और ई-नीरो 39.2kWh बैटरी से संचालित होकर 136 बीएचपी की पावर और 64kWh बैटरी से संचालित होकर 204 बीएचपी की पावर उत्पन्न करने में सक्षम होगी। ई-नीरो में एक बार चार्ज होने पर क्रमशः 289 किमी और 455 किमी की रेंज का दावा है, जबकि कोना में 305 किमी और 484 किमी की रेंज का दावा है। वास्तव में ई-नीरो को भारत में 2023 तक लॉन्च किया जाएगा।2020-Kia-Niroइसके अलावा दोनों कंपनियों ने भारतीय बाजार के लिए नए मास-मार्केट इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी काम शुरू कर दिया है, जिसकी शूरूआत 2024 में होने की उम्मीद है। ये वाहन कम लागत वाले स्केटबोर्ड प्लेटफॉर्म पर विकसित होंगे और इनका उत्पादन  स्थानीय रूप से किया जाएगा। इनकी कीमत भी 15 लाख रूपए से कम होने की उम्मीद है। इसलिए ये केन्द्र सरकार की फेम-2 सब्सिडी के भी पात्र होंगे।

हुंडई और किआ की ये दोनों ही इलेक्ट्रिक कारें एंट्री लेवल की होंगी और इनमें बेहतर ग्राउंड क्लीयरेंस होगा, जो बैटरी से चलने वाली सभी इलेक्ट्रिक कारों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दा है। हुंडई और किआ के इन दोनों मॉडलों की लागत को कम रखने के लिए इन्हे छोटे बैटरी पैक के साथ पेश किया जा सकता है, जिसकी वास्तविक रेंज 200-220 किमी हो सकती है। वास्तव में ये कारें टाटा नेक्सन ईवी का अनुसरण करेंगी, जो कि वर्तमान में भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार बनकर उभरी है।