भारत के लिए पहली होंडा ईवी अत्यधिक लोकप्रिय एक्टिवा इलेक्ट्रिक स्कूटर पर आधारित होगी और इसका कोडनेम K4BA है
भारत दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहन बाजार होने के नाते, टू-व्हीलर निर्माताओं के लिए एक विविध पोर्टफोलियो की पेशकश करने के लिए एक शानदार मार्केट है। ईवी आज पहले की तुलना में कहीं अधिक आकर्षक विकल्प हैं। भारत के अग्रणी दोपहिया वाहन निर्माताओं में से एक, होंडा टू-व्हीलर्स आशाजनक ईवी मार्ग की खोज कर रहा है और कंपनी की पहली पेशकश वित्त वर्ष 2025 में सड़कों पर आ सकती है।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया जैसे पुराने दोपहिया वाहन निर्माताओं के पास वर्तमान में भारत में इलेक्ट्रिक पेशकश का अभाव है। HMSI शक्तिशाली एक्टिवा ब्रांड पर आधारित आगामी ईवी के साथ भारतीय 2W इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्पेस को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है।
मौजूदा समय में एक्टिवा भारत का सबसे अधिक बिकने वाला स्कूटर है और एक दशक से भी अधिक समय से यह स्थिति बनी हुई है। हालिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि होंडा एक्टिवा इलेक्ट्रिक के लिए नई असेंबली लाइनों को शामिल करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार करने का प्लान बना रही है। उत्पादन क्षमता बढ़ाने के प्रयास में एचएमएसआई ने अपने गुजरात और कर्नाटक प्लांट्स में दो नई मैन्युफैक्चरिंग लाइनें जोड़ी हैं।
गुजरात प्लांट में नई तीसरी लाइन से लगभग 6.6 लाख यूनिट अतिरिक्त मात्रा लाने का अनुमान है। कहा जा रहा है कि एक डेडिकेटेड ईवी मैन्युफैक्चरिंग लाइन पर काम चल रहा है और 2W ICE और इलेक्ट्रिक वाहनों दोनों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए वित्त वर्ष 2025 में चालू हो सकता है। संयुक्त रूप से क्षमता में कुल वृद्धि लगभग 9 लाख यूनिट प्रति वर्ष है।
भारत में एक्टिवा की जबरदस्त लोकप्रियता को देखते हुए, हमारा मानना है कि आगामी एक्टिवा ईवी लगभग एक दशक में भारत का सबसे बड़ा स्कूटर लॉन्च साबित हो सकता है। आईसीई एक्टिवा की झलक बनाए रखने के साथ होंडा इसके इलेक्ट्रिक अवतार में कई जरूरी बदलाव भी करेगा। होंडा एक्टिवा ईवी संभावित रूप से काफी मॉडर्न होने के साथ टेक लोडेड होगी।
इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में ब्रांड का प्रवेश एक्टिवा पर आधारित इलेक्ट्रिक स्कूटर के माध्यम से होगा और ईवी का कोडनेम K4BA है। हाल ही में होंडा ने शाइन 100 पेश की है, जिसे ग्राहकों ने खूब सराहा और कई नई मोटरसाइकिलें पाइपलाइन में हैं। होंडा वर्तमान में भारत के लिए दो इलेक्ट्रिक स्कूटरों पर काम कर रही है और उनकी इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी स्थानीय स्तर पर बनाई जाएंगी। फिक्स्ड और स्वैपेबल दोनों बैटरी सिस्टम पर विचार किया जा सकता है।