
टोयोटा फॉर्च्यूनर की मई 2023 में 2,887 यूनिट की बिक्री हुई है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान बेची गई 1,184 यूनिट के मुकाबले सालाना आधार पर 144 फीसदी की वृद्धि है
टोयोटा फॉर्च्यूनर के सौजन्य से टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) का फुल साइज एसयूवी सेगमेंट में दबदबा है। यह 7-सीटर एसयूवी लंबे समय से सेगमेंट लीडर रही है और लगातार मूल्य वृद्धि के बावजूद, इसकी लोकप्रियता हर महीने बिक्री की मात्रा को देखते हुए ग्राहकों के बीच बढ़ती है। यह पिछले महीने भारत में चौथी सबसे ज्यादा बिकने वाली टोयोटा मॉडल रही है।
इसकी बिक्री अर्बन क्रूजर हाइराइडर मिडसाइज एसयूवी से सिर्फ 100 यूनिट कम रही है। मई 2023 के महीने में, टोयोटा ने पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1,184 यूनिट की तुलना में फॉर्च्यूनर की कुल 2,887 इकाइयों की घरेलू बिक्री की है, जिसमें सालाना आधार पर 144 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि हुई है। वहीँ जीप मेरिडियन कुल 418 यूनिट के साथ दूसरे स्थान पर रही है।
एमजी ग्लॉस्टर पिछले महीने कुल 217 यूनिट के साथ तीसरे स्थान पर रही है, जो मई 2022 में बेची गई 51 यूनिट की तुलना में सालाना आधार पर 325 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि है। फॉक्सवैगन टिगुआन बारह महीने पहले इसी अवधि के दौरान 54 यूनिट के मुकाबले कुल 171 यूनिट के साथ 217 प्रतिशत की वृद्धि के साथ चौथे स्थान पर रही है।
फुल साइज एसयूवी (YoY) | मई 2023 | मई 2022 |
1. टोयोटा फॉर्च्यूनर (144%) | 2,887 | 1,184 |
2. जीप मेरिडियन | 418 | – |
3. एमजी ग्लॉस्टर (325%) | 217 | 51 |
4. फॉक्सवैगन टिगुआन (217%) | 171 | 54 |
5. स्कोडा कोडियाक (48%) | 157 | 106 |
वहीँ स्कोडा भी पिछले महीने कोडियाक एसयूवी की कुल 157 यूनिट बेचने में सफल रही है, जबकि मई 2022 में इसकी 106 यूनिट की बिक्री हुई थी। जो सालाना आधार पर 48 प्रतिशत की वृद्धि है। ऐसा प्रतीत होता है कि टोयोटा वर्तमान में अगली पीढ़ी की फॉर्च्यूनर पर काम कर रही है।
इसकी वैश्विक शुरुआत अगले साल की शुरुआत में होने की संभावना है और भारत में इसकी लोकप्रियता को देखते हुए, यह 2024 के अंत तक लॉन्च हो सकती है। यह नवीनतम टैकोमा पिकअप ट्रक के डिजाइन से काफी प्रभावित होगी, जिसने कुछ हफ्ते पहले ही अपना डेब्यू किया था।

अगली पीढ़ी की फॉर्च्यूनर में नई सुविधाओं और टेक्नोलॉजी के समावेश के साथ अधिक उन्नत इंटीरियर होने की संभावना है। यह काफी अपडेटेड लैडर फ्रेम चेसिस पर आधारित होगी और इसमें डीजल हाइब्रिड इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा। दुनिया भर में प्रचलित कड़े उत्सर्जन मानकों का पालन करते हुए इसके अधिक शक्तिशाली और ईंधन-कुशल होने की उम्मीद है।