फोर्ड भारत में इलेक्ट्रिक कारों के साथ कर सकती है वापसी

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सरकार की पीएलआई प्रोत्साहन योजना के तहत एक मंजूरी से फोर्ड भारत में अपने एक संयंत्र में स्थानीय रूप से ईवी का निर्माण कर सकती है

अमेरिकी कार निर्माता कंपनी फोर्ड भारत को छोड़ चुकी है और स्थानीय स्तर पर अपनी यात्री कारों का उत्पादन भी बंद कर दिया है। हालाँकि इस अमेरिकी ऑटो प्रमुख को ऑटो सेक्टर के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत अपने प्रस्ताव के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है और कहा जा रहा है कि वह अपने निर्यात कारोबार के लिए ईवी के रोल आउट पर विचार कर रही है।

इस तरह देश में इस ब्लू ओवल ब्रांड द्वारा शून्य-उत्सर्जन मॉडलों को लाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस तरह कंपनी निर्यात के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए भारत में अपनी उत्पादन सुविधाओं में से एक का इस्तेमाल करने की संभावना तलाश रही है। फोर्ड ने कहा है कि अभी इस पर कोई विशेष चर्चा नहीं हो रही है, लेकिन यह भविष्य के विचार से बाहर नहीं है।

फोर्ड ने अपनी योजनाओं की पूष्टि करते हुए यह भी कहा कि पहले घोषित व्यापार पुनर्गठन जारी है और फोर्ड अपनी योजना के साथ ट्रैक पर है। इसका उद्देश्य अपने ऑटोमोटिव संचालन को मजबूत करके और इलेक्ट्रिक व कनेक्टेड कार प्रौद्योगिकियों में अवसरों का लाभ उठाकर मूल्य निर्माण और विकास करना है।Ford Endeavour1फोर्ड की भारत में दो विनिर्माण यूनिट हैं, जिसमें पहला गुजरात के साणंद में है और दूसरा तमिलनाडु के मराईमलाई नगर में है। वर्तमान में फोर्ड ने केवल IC-इंजन वाली कारों के उत्पादन को बंद करने की घोषणा की थी, जबकि अगले आधे दशक में अपने वाहनों की सेवा के लिए साणंद में इंजन यूनिट को बनाए रखने की घोषणा की है।

कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका में फोर्ड एफ-150 लाइटनिंग पिकअप ट्रक और मस्टैंग जैसे पर्यावरण के अनुकूल वाहन बेचती है। कंपनी ने पिछले साल ही देश में भारत में मस्टैंग इलेक्ट्रिक को लॉन्च करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब इसके भारत में सीबीयू रूट के जरिए लॉन्च होने की उम्मीद है। माच-ई जीटी को दो बैटरी पैक में पेश किया गया है, जिसके साथ 500 किमी की रेंज का दावा किया गया है।

इसके अलावा देश में नई जेनरेशन एंडेवर पर भी विचार किया जा सकता है और कंपनी भारत में अपनी हाई-एंड कारों को पूर्व-निर्धारित बैचों में एक छोटे नेटवर्क के माध्यम से बेच सकती है। इसके पहले कंपनी देश में फोर्ड इकोस्पोर्ट, फोर्ड एंडेवर जैसी कारों की बिक्री करती है, जबकि फोर्ड एस्पायर भी ब्रांड के भारतीय पोर्टपोलियो को हिस्सा था।