फोर्ड ने भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना की रद्द, दोनों स्थानीय प्लांट बेचेगी

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फोर्ड इंडिया ने पीएलआई की मंजूरी के बाद भी इलेक्ट्रिक कारों को भारत में बनाने की योजना को रद्द कर दिया है और अपने दोनों भारतीय प्लांट को बेचने के लिए नए खरीददारों की तलाश कर रही है

फोर्ड इंडिया ने सितंबर 2021 में भारतीय बाजार को छोड़ने की घोषणा की थी और इस घोषणा के साथ ही कंपनी ने भारत में अपनी सभी कारों की बिक्री और उत्पादन को बंद कर दिया था। जिसमें फोर्ड एंडेवर और इकोस्पोर्ट जैसे भी मॉडल शामिल थे। हालाँकि कंपनी ने भारत को छेड़ने के वक्त यह भी घोषणा की थी कि वह देश में इलेक्ट्रिक कारों के साथ सीबीयू यूनिट के साथ वापसी कर सकती है।

हालाँकि अब नई रिपोर्ट की मानें तो फोर्ड ने भारत के लिए अपनी इलेक्ट्रिक कारों को लानें की योजना भी रद्द कर दी है। इसके पहले फोर्ड ने 2019 में महिंद्रा के साथ संयुक्त वेंचर के तहत कार्य करने के लिए भी एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, लेकिन कंपनी ने इस योजना को भी भारत को छोड़ने से पहले रद्द कर दिया था।

कंपनी ने अब प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) एप्लिकेशन को मंजूरी मिलने के बावजूद भी भारत में इलेक्ट्रिक को कारों लाए जानें की योजना को रद्द कर दिया है। हालाँकि अब इसके विकल्प के रूप में कंपनी क्या करेगी, इसका पता नहीं लग पाया है, लेकिन फोर्ड भारत में निवेश नहीं कर रही है। कंपनी इस बीच भारत में अपने 2 प्लांट को बेचने के लिए अन्य भारतीय निर्माताओं के साथ बातचीत कर रही है।Ford MachE-3खबरों की मानें तो फोर्ड अपने गुजरात प्लांट को टाटा मोटर्स को बेचने के लिए पूरी तरह तैयार है, जबकि चेन्नई वाले प्लांट के लिए खरीददारों की तलाश जारी है। इसे लेकर कंपनी का कहना है कि हमने बड़ी सावधानी पूर्वक रिव्यू करते हुए फैसला लिया है कि हम ईवी में निवेश नहीं करेंगे। हम भारत सरकार के आभारी हैं कि उन्होंने हमारी पीएलआई के लिए हमारे आवेदन को मंदूरी दी है।

बता दें कि फोर्ड का यह फैसला एक ऐसे वक्त में सामने आया है, जब कई कार निर्माता कंपनियां और दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर अपनी योजना पर कार्य कर रहे हैं। कई कंपनियों में भारत के लिए इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, सीवीसी और पैसेंजर कारों को पेश करने के लिए अपने बड़े बदलाव के लक्ष्य निर्धारित किए हैं। इसके लिए केंद्र और चुनिंदा राज्य सरकारों ने विशेष प्रोत्साहनों की घोषणा की है।

भारत में इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में टाटा मोटर्स, मारूति सुजुकी, किआ, हुंडई, एमजी मोटर्स जैसे कई निर्माता प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं। इनमें से कई ऐसे हैं, जो कुछ कारों की पेशकश भारतीय बाजार में कर रहे हैं। भारत में लक्जरी सेगमेंट में भी कई इलेक्ट्रिक कारें या तो लॉन्च हो चुकी हैं या कंपनिया नई कारों को लाने की योजना बना रही हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ईवी सेगमेंट की योजना को रद्द करने के बाद फोर्ड अगली रणनीति क्या अपनाती है।