
वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 91,726 यूनिट तक पहुंच गई, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में दोगुनी है
वित्त वर्ष 26 (अप्रैल से सितंबर की अवधि) के केवल छह महीनों में, इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री कुल 91,726 यूनिट तक पहुँच चुकी है। वहीं लगभग इतनी ही इलेक्ट्रिक कारें पिछले पूरे साल में बिकी थी। वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में बेचे गए 44,000 इलेक्ट्रिक वाहनों की तुलना में, यह वृद्धि आश्चर्यजनक रूप से 108 फीसदी की वृद्धि है। इस गति के साथ, भारत के समग्र यात्री वाहन बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी अब लगभग 5 फीसदी हो गई है, जो पिछले वर्ष 2.6 फीसदी थी।
बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज अब देख रहे हैं कि उनके इलेक्ट्रिक वाहन बिक्री में अहम भूमिका निभा रहे हैं। जनवरी से सितंबर 2025 के बीच, BMW इंडिया ने 2,509 इलेक्ट्रिक बीएमडब्ल्यू और मिनी बेचे, जो पिछले साल की तुलना में 246 फीसदी ज़्यादा है। iX1 लॉन्ग-व्हीलबेस सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल रहा। अब बीएमडब्ल्यू की कुल बिक्री में EV का हिस्सा लगभग 21 फीसदी हो गया है, और कंपनी इसे इस दशक के अंत तक 30 फीसदी से ऊपर ले जाने की योजना बना रही है।
इस बीच, मर्सिडीज-बेंज ने EQS SUV की अगुवाई में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अपनी अब तक की सबसे मज़बूत तिमाही दर्ज की है, जिससे इलेक्ट्रिक मॉडल उसके पोर्टफोलियो का लगभग 8 प्रतिशत हो गए और दूसरी तिमाही में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में साल-दर-साल 59 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और इस तिमाही के दौरान लगभग 25,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे। त्योहारी अवधि के दौरान इसके प्रदर्शन में भी 37 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

सितंबर 2025 तक, इलेक्ट्रिक वाहन टाटा की कुल बिक्री का लगभग 17 फीसदी हिस्सा है और यह किसी भी अन्य प्रमुख भारतीय निर्माता से ज्यादा था। इस सफलता का श्रेय नेक्सन ईवी, पंच ईवी और टियागो ईवी की अच्छी प्रतिक्रिया को जाता है। इसी तरह, JSW MG मोटर की विंडसर ईवी पहले ही 50,000 यूनिट्स की बिक्री को पार कर चुकी है और यह भारत की सबसे तेजी से बिकने वाली इलेक्ट्रिक SUV में से एक बन गई है।
कंपनी के अनुसार, आज उसकी कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों का हिस्सा 80 फीसदी है। JSW MG का मानना है कि 2025 के अंत तक भारत के कार बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की पहुँच 7 फीसदी तक बढ़ सकती है। आगे चलकर, इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहन मिलकर अगले दस वर्षों में देश के यात्री वाहन बाजार का लगभग 30% हिस्सा ले सकते हैं। इस बीच मारुति सुजुकी भी अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार के साथ इस क्षेत्र में कदम रखने की तैयारी कर रही है।

पिछले कुछ महीनों में, मारुति सुजुकी ने कई वैश्विक बाजारों में ई विटारा की 6,000 से ज़्यादा यूनिट का निर्यात किया है और आने वाले महीनों में इसको भारतीय बाजार में लॉन्च किया जाएगा। हाल ही में पुष्टि की गई हुंडई की आने वाली नई कॉम्पैक्ट एसयूवी, क्रेटा इलेक्ट्रिक से नीचे होगी।