सिट्रोएन भारत में अगले साल लॉन्च करेगी अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार

citroen c5 aircross hybrid

सिट्रोएन अगले साल भारत में अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करेगी, जो कि CMP प्लेटफॉर्म पर आधारित हो सकती है और यह वही प्लेटफार्म है, जिसपर नई C3 आधारित है

ग्रुप पीएसए सिट्रोएन ने भारतीय बाजार में C5 एयरक्रॉस प्रीमियम एसयूवी के साथ प्रवेश किया था और अब कंपनी ने ज्यादा बिक्री को ध्यान में रखते हुए C3 हैचबैक को पेश किया है। इस बी-सेगमेंट हैचबैक की कीमत काफी आक्रामक है और इसे 5.71 लाख रूपए (एक्स-शोरूम) की शुरूआती कीमत पर बेचा जाता है। भारत में इसका मुकाबला मारुति सुजुकी इग्निस, टाटा पंच, निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर जैसी कारों से है।

यह फ्रांसीसी ऑटो प्रमुख नई डीलरशिप स्थापित करके देश भर में अपनी पहुँच बढ़ाने पर भी काम कर रही है। इसे C-क्यूब्ड प्रोग्राम के तहत भारत के लिए बनाया गया है और कंपनी आने वाले सालों में कई नए मॉडलों को पेश करने का कार्य करेगी। ब्रांड भारत के साथ-साथ वैश्विक बाजारों के लिए तमिलनाडु में अपनी उत्पादन सुविधाओं का इस्तेमाल कर रही है।

कंपनी ने एक अरब अमेरिकी डॉलर के कलपुर्जों की सोर्सिंग के अलावा अपनी यात्री कारों को मध्य पूर्व और अफ्रीका जैसे विदेशी बाजारों में भेजेगी और निकट भविष्य में लेफ्ट हैंड ड्राइव बाजार भी रणनीति का हिस्सा होंगे। सिट्रोएन निर्यात में आवश्यकताओं के लिए अपने निर्माण क्षमता का एक तिहाई इस्तेमाल करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जो कि एक महत्वपूर्ण कदम होने वाला है।

जहाँ तक सवाल इस बात का है कि भारतीय बाजार के लिए सिट्रोएन का अगल कदम क्या होगा? यानी वह कौन सी नई कार पेश करेगी। इसे लेकर ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी निकट भविष्य में एक CUV, एक MPV और एक एसयूवी लॉन्च करने पर काम कर रही है। इसके अलावा यह भी पुष्टि की गई है कि सिट्रोएन अगले साल किसी समय स्थानीय बाजार के लिए अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन लाएगी।

सिट्रोएन की यह इलेक्ट्रिक कार स्थानीय स्तर पर सीएमपी आर्किटेक्चर पर आधारित C3 का इलेक्ट्रिक वर्जन हो सकता है। दरअसल मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर होने के कारण यह विभिन्न प्रकार के बाडी में अनुकूल होने में सक्षम है और इस प्रकार आगामी जीरो इमिशन सेगमेंट में यह कार काफी प्रतिस्पर्धी मूल्य के साथ पेश की जा सकती है।

हालाँकि कीमत निर्धारण इस बात पर निर्भर करेगा कि बैटरी और अन्य एलिमेंट कितनी अच्छी तरह स्थानीयकृत हैं। जाहिर है कंपनी बैटरी पैक और अन्य महत्वपूर्ण घटकों को शुरू में विदेश से मंगाएगा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में इसे कैसे तैनात किया जाएगा। क्योंकि टाटा, महिंद्रा, मारुति सुजुकी, टोयोटा, हुंडई, किआ और अन्य जैसे मुख्यधारा के निर्माता भी आने वाले सालों में ईवी स्पेस में प्रवेश करने वाले हैं।