सिट्रॉएन भारत में भविष्य में एक नई एमपीवी लाने की योजना बना रही है, जिसका मुकाबला किआ कैरेंस और मारूति सुजुकी एर्टिगा जैसी कारों से होगा
सिट्रॉएन ने पिछले साल अपनी C5 एयरक्रॉस प्रीमियम एसयूवी के साथ प्रवेश किया था और कंपनी वर्तमान में केवल एक कार की बिक्री करती है। हालाँकि यह सूरत जल्द ही बदलने वाली है, क्योंकि कंपनी जल्द ही भारत में C3 हैचबैक को लाने वाली है। इसके साथ ही कंपनी अपना विस्तार करते हुए अगले साल की शुरुआत में एक इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट कार पेश करेगी। कंपनी बाद के चरणों में भी अपने पदचिह्नों का विस्तार करेगी और अपने पोर्टफोलियो को बड़ा करेगी और देश में एक नई एमपीवी भी लॉन्च कर सकती है।
दरअसल हाल ही में स्टेलंटिस समूह के सीईओ Carlos Tavares ने कहा है कि आगामी शून्य-उत्सर्जन वाहन भारत में निर्मित सी-क्यूब्ड स्मार्ट-कार कार्यक्रम का हिस्सा होगा। यह सीएमपी प्लेटफॉर्म से आने वाले किफायती वाहनों की एक श्रृंखला को देखेगा। हालाँकि अभी कंपनी के इलेक्ट्रिक वाहन का खुलासा किया जाना बाकी है, लेकिन Carlos Tavares ने पुष्टि की है कि इसकी लंबाई चार मीटर तक होगी। उन्होंने भारत में ब्रांड के भविष्य के बारे में बात करते हुए कहा कि C3 को रेखांकित करने वाले सीएमपी आर्किटेक्चर कंपनी के पोर्टफोलियो विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन के बाद अलग-अलग बॉडी स्टाइल और सेगमेंट में कई नए मॉडल लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि मल्टीपरपज वाहन, कॉम्पैक्ट यूटिलिटी व्हीकल आदि पाइपलाइन में हैं, क्योंकि कंपनी द्वारा फैमिली ओरिएंटेड कारों के साथ-साथ फ्लीट ऑपरेटर्स की जरूरतों को भी लक्षित किए जाने की उम्मीद है।
एमपीवी सेगमेंट में खरीददारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत में किआ और मारूति सुजुकी जैसे निर्माताओं ने कैरेंस और फेसलिफ़्टेड एर्टिगा व एक्सएल6 को लॉन्च किया है। वहीं टोयोटा किर्लोस्कर मोटर भी इस साल के अंत में अपनी इनोवा क्रिस्टा एमपीवी के नए जेनरेशन को लॉन्च करेगी और प्रीमियम एमपीवी सेगमेंट में अपनी स्थिति को मजबूत करेगी।
सिट्रॉएन अपनी आगामी 7-सीटर एमपीवी बर्लिंगो की टेस्टिंग कुछ समय पहले से भारत में कर रही है और यह एमपीवी C5 एयरक्रॉस की तरह ही EMP2 प्लेटफॉर्म पर आधारित है। हालाँकि इसे भारतीय बाजार में लाया जाएगा या नहीं, यह अभी तक अज्ञात है। लेकिन उम्मीद है कि सिट्रोएन एक मिड-साइज एमपीवी के माध्यम से लाभ उठाने की कोशिस करेगी और आने वाले सालों में यह बिक्री पर जाएगी।
Carlos Tavares ने यह भी पुष्टि की है कि सिट्रॉएन का पहला इलेक्ट्रिक वाहन आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के कारण C3 के सामने आने वाली देरी के विपरीत अच्छी तरह से ट्रैक पर है। यह 90 प्रतिशत से भी अधिक की स्थानीय सामग्री के साथ देश में काफी सस्ता होने वाला है। इसका उत्पादन तमिलनाडु में ब्रांड के फैसिलिटी में किया जाएगा, हालाँकि शुरूआत में इसकी बैटरी को आयात किया जाएगा।