बिजनेसमैन रवि पिल्लई बने एयरबस H145 हेलीकॉप्टर के मालिक, कीमत 100 करोड़ रूपए

केरल के बी रवि पिल्लई एयरबस H145 हेलीकॉप्टर खरीदने वाले पहले भारतीय बन गए हैं जिसकी कीमत लगभग 100 करोड़ रूपए है

आरपी ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन और बिजनेसमैन बी रवि पिल्लई, एयरबस एच145 हेलिकॉप्टर के मालिक होने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। कोवलम में इस हेलीकॉप्टर को उसके नए मालिक को सौंप दिया गया है। इस हेलिकॉप्टर की कीमत करीब 100 करोड़ रुपए बताई जा रही है। बी रवि पिल्लई की कंपनी की कीमत 2.5 बिलियन डॉलर से अधिक है और उसमें लगभग 70,000 लोग कार्यरत हैं।

आरपी समूह राज्य में लक्जरी होटलों की एक श्रृंखला का मालिक है, जिसके तीन होटलों में हेलीपैड हैं। एयरबस H145 विभिन्न उपयोगों के लिए अलग-अलग कॉन्फ़िगरेशन में उपलब्ध है, जिनमें यात्री परिवहन, कानून प्रवर्तन और आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं शामिल है। यात्री संस्करण में 4 से 10 लोगों के साथ-साथ 1 या 2 पायलटों के बैठने की क्षमता है। यह समुद्र तल से 20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है।

रवि ने जो हेलीकॉप्टर खरीदा है, वह न केवल भारत का पहला एयरबस हेलीकॉप्टर है, बल्कि इसे एशियाई महाद्वीप में पहला पांच-ब्लेड वाला H145 हेलीकॉप्टर होने का खिताब भी प्राप्त करता है। बताया जा रहा है कि रवि पिल्लई के स्वामित्व वाला हेलीकाप्टर सात-सीटर संस्करण है और इस हेलीकॉप्टर की कीमत समाचार रिपोर्टों के अनुसार करीब 100 करोड़ रुपए आंकी गई है।
B-Ravi-Pillai-Airbus-H145-2एयरबस H145 श्रृंखला की दुनिया भर में लगभग 1,500 इकाइयाँ सेवा में हैं। इस नए हेलीकॉप्टर में पायलट सहित आठ यात्रि बैठ सकते हैं और यह नई मशीन समुद्र तल से 20,000 फीट की ऊंचाई से भी उतरने और उतारने में सक्षम है। यहाँ ध्यान दिया जाना चाहिए कि नया हेलीकॉप्टर कई नई सुरक्षा सुविधाओं के साथ आता है।

निर्माता के अनुसार एयरबस H145 अपनी श्रेणी का सबसे साइलेंट हेलीकॉप्टर है। यह जुड़वां इंजन मॉडल 132 समुद्री मील (लगभग 244 किमी प्रति घंटे) की गति से चल सकता है और इसका 723 किलोग्राम ईंधन टैंक 650 किमी तक की सीमा प्रदान करता है। हेलीकॉप्टर अधिकतम 1,905 किलोग्राम या हुक पर 1,600 किलोग्राम तक का माल ले जा सकता है। airbus-h145-helicopter.jpgबता दें कि रवि पिल्लई का जन्म 2 सितंबर 1953 को केरल के चवरा गांव में हुआ था और इनके पिता किसान थे। रवि पिल्लई ने शिक्षा को बहुत अहमियत दी और स्थानीय कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद कोच्चि यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने पढ़ाई के बाद कर्जा लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया था। रवि को फोर्ब्‍स मैगजीन ने 1000 अरबपतियों की सूची में भी शामिल किया था।