रेनो बिगस्टर अगर भारत में लॉन्च होती है, तो इसका मुकाबला महिंद्रा एक्सयूवी700, एमजी हेक्टर प्लस, टाटा सफारी और हुंडई अलकाजार जैसी कारों से होगा
रेनो और निसान भारत में अपने भविष्य को लेकर नया निवेश करने की योजना बना रहे हैं, जिसकी घोषणा जल्द हो सकती है। खबरों की मानें तो यह प्रोजेक्ट करीब 500 मिलियन अमरीकी डालर यानी 4,000 करोड़ रुपये का होगा। इस निवेश का इस्तेमाल संसाधनों को भारत में CMF-B आर्किटेक्चर लाने के लिए केंद्रित किया जाएगा।
इस प्रकार रेनो और निसान का मॉड्यूलर और फ्लेक्सिबल नेचर का लाभ उठाकर अपने संबंधित पोर्टफोलियो को स्थानीय रूप से उसी तरह से बढ़ाया जाएगा, जो ठीक स्कोडा और फॉक्सवैगन की तरह के इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट की तरह होगा। यह निवेश कथित तौर पर नए जेनरेशन वाले डस्टर को भी जन्म देगा, जो रेनो के लिए उपयुक्त होगा। यह मॉडल कंपनी के लिए भारत में भी बहुत सफल रहा है।
बता दें कि वर्तमान में सीएमएफ-ए और एम0 का इस्तेमाल रेनो और निसान मॉडल द्वारा किया जाता है, लेकिन समय के साथ एम0 बहुत ज्यादा समय तक नहीं रहेगा। इस प्रकार सीएमएफ-बी आर्टिटेक्चर इस जोइंट वेंचर के लिए काफी महत्व रखता है और यह रेनो और निसान को अपने नए उत्पादों को प्रीमियम सेगमेंट में अलग-अलग आकार और प्रकार के साथ पेश करने की अनुमति देगा।
इसके माध्यम से कंपनियों को इनकी कीमत भी प्रतिस्पर्धी रखने में सहायता करेगी। भारी स्थानीयकृत सीएमएफ-बी प्लेटफॉर्म नई जेनरेशन डस्टर के साथ-साथ बिगस्टर कॉन्सेप्ट पर आधारित रेनो के लिए एक बड़े मिड साइज की एसयूवी को जन्म देगा। बिगस्टर कॉन्सेप्ट का अनावरण लगभग दो साल पहले रेनो के सहयोगी ब्रांड डासिया के तहत किया गया था।
यह फ्रांसीसी निर्माता के विस्तारित सीएमएफ-बी मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर बैठता है और चूंकि इन दिनों मिड साइज एसयूवी के तीन-पंक्ति वाले वर्जन की लोकप्रियता बढ़ रही है। रेनो आगामी डस्टर के साथ सात-सीटर वर्जन को पेश कर सकती है। हालाँकि अभी इसके बारे में कंपनी की ओर से आधिकारिक घोषणा किए जाने का इंतजार है, लेकिन ऐसा होता है तो इसका मुकाबला महिंद्रा एक्सयूवी700, टाटा सफारी, एमजी हेक्टर प्लस और हुंडई अलकाजार जैसी कारों से होगा।