
टेस्ला मॉडल 3 वास्तव में अमेरिकी ईवी निर्माता की सबसे सस्ती पेशकश है और यह संभवतः भारतीय बाजार में पेश की जाने वाली पहली टेस्ला कार भी होगी
टेस्ला Inc. (Tesla Inc.) भारत में अपना परिचालन शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और इस अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी ने हाल ही में बेंगलुरु में अपना कार्यालय रजिस्टर किया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पहले भी पुष्टि की थी कि टेस्ला 2021 की शुरुआत में भारत में परिचालन शुरू कर देगा, जिसके तहत अमेरिकी कंपनी पहली बार बिक्री की शुरूआत करेगी।
अगर भारत में कंपनी को बेहतर प्रतिक्रिया मिलती है तो कंपनी स्थानीय स्तर पर निर्माण करने पर भी विचार करेगी। माना जा रहा है कि टेस्ला मॉडल 3 (Tesla Model 3) को भारत में पहली पेशकश के रूप में पेश किया जाएगा और इसके इसी साल लॉन्च होने की उम्मीद है। हम इस लेख में आपको इस कार के लॉन्च होने से पहले ही इसकी 5 प्रमुख बातों को विस्तार पूर्वक बताने जा रहे हैं:
1. डिज़ाइन (Design)
डिजाइन की बात करें तो मॉडल 3 मॉडल S के समान दिखता है, लेकिन इसका आकार छोटा है। कार में 18-इंच के अलॉय व्हील ऑप्शन के साथ मिलते हैं और एक साफ और बेहतर सिल्हूट दिखता है। कार में फ्लश डोर हैंडल दिए गए हैं, जबकि इसमें विंडशील्ड से लेकर रियर स्पॉइलर तक पूरी ग्लास रूफ है। हालाँकि परफॉर्मेंस वैरिएंट में पिरेली पी ज़ीरो परफॉर्मेंस रबर के साथ लिपटे 20-इंच के बड़े uberturbine व्हील्स, परफॉर्मेंस ब्रेक, कार्बन फाइबर रियर स्पॉइलर, लोअर सस्पेंशन और स्पोर्टी एल्युमिनियम अलॉय पैडल मिलते हैं।
2. फीचर्स (Features)
यूएस-स्पेक टेस्ला मॉडल 3 को 15-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम जैसी विशेषताओं के साथ पैक किया गया है जो मूल रूप से सब कुछ कंट्रोल करता है और इसमें कार ओवर-द-एयर अपडेट, 12-वे पावर-एडजस्टेबल फ्रंट और रियर हीटेड सीटें, 14-स्पीकर ऑडियो सिस्टम, एक सबवूफर और दो एम्प्स, यूवी और इंफ्रारेड प्रोटेक्शन, पावर फोल्डिंग, ऑटो-डिमिंग और हीटेड साइड मिरर्स, 4 यूएसबी-सी पोर्ट्स और दो वायरलेस चार्जिंग पोर्ट्स के साथ टिंटेड ग्लास रूफ आती है।
3.ऑटोपायलट (Autopilot)
ऑटोपायलट टेस्ला कार को अपनी लेन के भीतर ऑटोमेटिक रूप से चलाने, तेज करने और ब्रेक लगाने में सक्षम बनाता है। ऑटोपायलट सिस्टम कार को आल ऑटो ड्राइविंग क्षमता के साथ नेविगेट करने जैसी अतिरिक्त विशेषताओं से भी परिचित कराता है। मॉडल 3 उन्नत हार्डवेयर के साथ स्डैंडर्ड के रूप में भी आता है, जो आज के समय में कार्यक्षमता में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किए गए सॉफ़्टवेयर अपडेट की मदद से भविष्य में ऑटोपायलट सुविधाएँ प्रदान करने में सक्षम है और भविष्य में ऑल ऑटो ड्राइविंग क्षमताओं से लैस की गई है।
4. क्षमताएं (Capabilities)
टेस्ला मॉडल 3 को तीन अलग-अलग पावरट्रेन विकल्पों के साथ पेश किया जाता है, जिसमें स्टैंडर्ड प्लस, लॉन्ग रेंज और परफार्मेंस शामिल है। स्टैंडर्ड प्लस वेरिएंट में रियर-व्हील ड्राइव कॉन्फ़िगरेशन के साथ सिंगल इलेक्ट्रिक मोटर मिलती है, जिसमें 263 मील (423 किमी) की ड्राइविंग रेंज का दावा है। यह वेरिएंट 140 मील प्रति घंटे (225 किमी प्रति घंटे) में टॉप स्पीड के साथ 5.3 सेकंड में 0 से 60 मील प्रति घंटे (96 किमी प्रति घंटे) की रफ़्तार से चलने में सक्षम है।
दूसरी ओर लॉन्ग रेंज और परफॉरमेंस ट्रिम्स में ऑल-व्हील ड्राइव सेटअप के साथ ड्यूल इलेक्ट्रिक मोटर मिलती हैं। लॉन्ग रेंज वैरिएंट की अनुमानित ड्राइविंग रेंज 353 मील (568 किमी) है और यह केवल 4.2 सेकंड में 60 मील प्रति घंटे (96 किमी प्रति घंटे) की स्पीड पकड़ सकता है और इसकी टॉप स्पीड 145 मील प्रति घंटे (233 किमी प्रति घंटे) की है।
इसी तरह रेंज-टॉपिंग पऱफार्मेंस एडिशन में सिंगल चार्ज पर 315 मील (507 किमी) की EPA अनुमानित रेंज है, जिसकी टॉप स्पीड 162 मील प्रति घंटे यानि 261 किमी प्रति घंटा है। यह वेरिएंट केवल 3.1 सेकंड में 0-96 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। भारत में टेस्ला शुरुआत में स्टैंडर्ड प्लस वेरिएंट पेश कर सकती है, जबकि अन्य दो वेरिएंट के बारे में बाद में विचार किया जा सकता है।
5. संभावित लॉन्च और कीमत (Expected Launch & Price)
हालांकि टेस्ला को आधिकारिक तौर पर भारत में इसके आगमन या लॉन्च पर टिप्पणी करना बाकी है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि मॉडल 3 को भारत में इस साल की दूसरी छमाही में लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी आने वाले महीनों में इसकी बुकिंग भी शुरू कर सकती है। कहा जा रहा है कि टेस्ला मॉडल 3 को सीबीयू के रूप में देश में लाएगी। इसलिए यह निश्चित रूप से एक प्रीमियम पेशकश होगी। टेस्ला मॉडल 3 की कीमत 60 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू हो सकती है, जबकि आधिकारिक कीमतों का खुलासा लॉन्च के वक्त किया जाएगा।