यहाँ हमने भारत में लॉन्च होने वाली 2 ईवी और 3 आईसी-इंजन (पेट्रोल-डीजल) वाली एसयूवी के बारे में जानकारी दी है
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड कैलेंडर वर्ष 2024 के दौरान नई कारों की एक सीरीज पेश करने की तैयारी कर रही है। इस लाइनअप में पांच नई एसयूवी शामिल हो सकती हैं, क्योंकि तीन आईसी-इंजन वाली एसयूवी और दो इलेक्ट्रिक एसयूवी पाइपलाइन में हो सकती हैं। आइए इन आगामी मॉडलों के बारे में जान लेते हैं।
1. हुंडई क्रेटा फेसलिफ्ट
अपडेटेड हुंडई क्रेटा 16 जनवरी, 2024 को भारतीय बाजार में अपनी शुरुआत करने के लिए तैयार है। इसमें कई कॉस्मेटिक बदलाव और इंटीरियर अपडेट मिलेंगे। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे एक नया 1.5 लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिलने वाला है, जो 6-स्पीड iMT या 7-स्पीड DCT से जुड़ा होगा। यह 160 पीएस की अधिकतम पावर आउटपुट और 253 एनएम का पीक टॉर्क विकसित करेगा।
2. हुंडई अल्काजार फेसलिफ्ट
दक्षिण कोरियाई ऑटो प्रमुख फेसलिफ़्टेड अल्काजार पर भी काम कर रहा है और इसे 2024 की शुरुआत में अपडेटेड क्रेटा के बाद लॉन्च किया जाएगा। बाहरी डिज़ाइन आगामी क्रेटा के अनुरूप होगा और उम्मीद है कि इसकी इक्विपमेंट लिस्ट भी क्रेटा जैसी ही होगी। इसे लेवल 2 ADAS भी मिलेगा।
3. हुंडई टक्सन फेसलिफ्ट
हुंडई ने हाल ही में टक्सन के लिए मिड-लाइफ अपडेट का खुलासा किया है और इसका भारतीय लॉन्च अगले साल इंटीरियर और एक्सटीरियर अपडेट के साथ होगा। मौजूदा 2.0 लीटर पेट्रोल और डीजल पावरट्रेन को संभवतः बरकरार रखा जाएगा।
4. नई हुंडई कोना ईवी
नई पीढ़ी की हुंडई कोना इलेक्ट्रिक पहले से ही वैश्विक स्तर पर बिक्री पर है। यह आकार में बड़ी है और यह संशोधित K3 प्लेटफॉर्म पर आधारित है। कुछ प्रमुख अपडेट नई रीजनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक, एकदम नया एक्सटीरियर और व्हीकल टू लोड फ़ंक्शन हैं। हालांकि अभी तक लॉन्च की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हमें उम्मीद है कि यह 2024 के अंत या 2025 की शुरुआत में भारत में आएगी।
5. हुंडई क्रेटा ईवी
रिपोर्ट्स से संकेत मिलता है कि हुंडई अगले साल के अंत में क्रेटा पर आधारित एक नई मिडसाइज इलेक्ट्रिक एसयूवी पेश करेगी और यह आगामी मारुति सुजुकी ईवीएक्स और इसके टोयोटा समकक्ष, टाटा कर्व, टाटा नेक्सन ईवी के टॉप-स्पेक वेरिएंट और एमजी जेडएस ईवी जैसी इलेक्ट्रिक कारों को टक्कर देगी। उम्मीद है कि इसमें एलजी केम से लिया गया बैटरी पैक होगा और ड्राइविंग रेंज 500 किमी से अधिक हो सकती है।