2022 फोर्ड ईकोस्पोर्ट फेसलिफ्ट टेस्टिंग के दौरान आई नजर

2022 Ford Ecosport

भारत में 2022 फोर्ड इकोस्पोर्ट को अगले साल लॉन्च किया जा सकता है, जहाँ इसके 1.5 लीटर, 3 सिलेंडर, पेट्रोल और 1.5 लीटर टीडीसीआई डीजल इंजन को जारी रखने की उम्मीद है

भारत में कॉम्पैक्ट एसयूवी फोर्ड इकोस्पोर्ट को पहली बार साल 2012 में लॉन्च किया गया था। वास्तव में देश में कॉम्पैक्ट एसयूवी को लोकप्रिय बनाने का श्रेय इकोस्पोर्ट को जाता है। हालांकि वर्तमान में बाजार में मारूति विटारा ब्रेजा, टाटा नेक्सन, किआ सोनेट और हुंडई वेन्यू जैसे कई नए दावेदारों के आगमन के बाद इसकी बिक्री में काफी कमी देखी गई है। इसलिए इसके नए जेनरेशन वर्जन की अटकलें पिछले साल से लगाई जा रही थी।

हाल ही में 2022 फोर्ड इकोस्पोर्ट को चेन्नई में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी इकोस्पोर्ट के फेसलिफ्ट वर्जन पर कार्य कर रही है। यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि भारत में इकोस्पोर्ट के नए जेनरेशन के आने की अटकलें थीं, लेकिन इन तस्वीरों से प्रतीत होता है कि इकोस्पोर्ट कुछ और सालों तक भारत में अपनी पहली पीढ़ी में ही बनी रहेगी।

तस्वीरों से जानकारी मिलती है कि इसके फ्रंट में बड़े अपडेट दिए गए हैं और इसका ग्रिल नया है, जो कि मौजूदा ग्रिल से बड़ा दिखता है। हेडलैम्प डिज़ाइन को भी अपग्रेड किया गया है, जबकि फॉगलैम्प हाउसिंग में अब एक नया एलईडी डीआरएल है। रियर की बात करें तो यह मौजूदा ईकोस्पोर्ट की तरह है और टेलगेट पर लगे स्पेयरव्हील के साथ है।

हम इकोस्पोर्ट फेसलिफ्ट के केबिन में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं करते हैं और इस तरह इसे 8 इंच का एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो के साथ इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया जाएगा। इसमें फोर्ड पास इंटीग्रेशन, वन स्टॉप स्मार्टफोन ऐप और फैक्ट्री फिटेड क्लाउड कनेक्टेड डिवाइस भी मिलेगा, जिसके जरिए यूजर्स दूर से ही फोर्डपास ऐप के जरिए स्टार्ट, स्टॉप, लॉक और अनलॉक जैसे कार्य कर सकते हैं।

2022 इकोस्पोर्ट की अन्य विशेषताओं में इलेक्ट्रोक्रोमिक मिरर, रेन सेंसिंग वाइपर, 6 एयरबैग, पुश बटन स्टार्ट, लैदर सीटिंग, आइसोफिक्स एंकर और पडल लैंप शामिल हैं, जबकि फेसलिफ्ट के साथ मौजूदा इंजन विकल्पों को जारी रखने की उम्मीद की जा सकती है। वर्तमान में इकोस्पोर्ट को 1.5 लीटर, 3 सिलेंडर, पेट्रोल इंजन और 1.5 लीटर टीडीसीआई डीजल इंजन के साथ पेश किया जाता है।

इकोस्पोर्ट का पहला 1.5 लीटर, 3 सिलेंडर TiVCT पेट्रोल इंजन 6,500 आरपीएम पर 122 एचपी की पावर और 4,500 आरपीएम पर 149 न्यूटन मीटर का टॉर्क विकसित करने में सक्षम है, जबकि 1.5 लीटर टीडीसीआई डीजल इंजन 3,750 आरपीएम पर 100 एचपी की पावर और 1,750-2,500 आरपीएम पर 215 न्यूटन मीटर का टॉर्क विकसित करता है। दोनों इंजनों को 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ जोड़ा जाता है, जबकि पेट्रोल यूनिट को विकल्प के रूप में 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी मिलता है।

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले साल महिंद्रा और फोर्ड मोटर कंपनी ने जॉइंट वेंचर की योजना बनाई थी, जिसके तहत दोनों कंपनियां पावरट्रेन और टेक्नोलॉजी को साझा कर सकते थे। अगर ये जॉइंट वेंचर जारी रहता तो नई जेनरेशन ईकोस्पोर्ट XUV300 के प्लेटफॉर्म पर आधारित होती और समान पावरट्रेन द्वारा संचालित होती। हालांकि इस साझेदारी को इस साल की शुरूआत में रद्द कर दिया गया था।